ड्रोन से होगी दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे की सुरक्षा, आधुनिक तकनीक से लैस निगरानी शुरू
झाबुआ। झाबुआ जिले से होकर गुजरने वाले दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे की सुरक्षा को लेकर थांदला टोल प्लाजा से ड्रोन निगरानी प्रणाली का शुभारंभ किया गया, जो एक्सप्रेसवे पर सुरक्षा और यातायात प्रबंधन के लिए एक नई मिसाल पेश करेगा। इस अत्याधुनिक पहल का उद्घाटन महिला एवं बाल विकास मंत्री सुश्री निर्मला भूरिया की उपस्थिति में हुआ। ड्रोन तकनीक की मदद से अब इस प्रमुख राजमार्ग पर हर गतिविधि पर नजर रखी जाएगी, जो सुरक्षा की दृष्टि से एक ऐतिहासिक कदम है। 18 जनवरी को यह पहल थांदला टोल प्लाजा से शुरू की गई है । इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास मंत्री सुश्री निर्मला भूरिया ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। सुश्री भूरिया ने कहा कि एक्सप्रेसवे पर बढ़ती घटनाओं और दुर्घटनाओं को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया गया है। उन्होंने विश्वास जताया कि ड्रोन की मदद से निगरानी में सुधार होगा और हादसों में कमी आएगी। यह जिला और राज्य दोनों के लिए सकारात्मक परिणाम लेकर आएगा।
पत्थरबाजी और घटनाओं पर रोकथाम
हाल के महीनों में एक्सप्रेसवे पर पत्थरबाजी की घटनाएं सामने आई थीं, जिससे यातायात और सुरक्षा व्यवस्था प्रभावित हुई। पुलिस अधीक्षक पद्मविलोचन शुक्ल की पहल पर इन घटनाओं पर काबू पाने के लिए संवेदनशील क्षेत्रों में ड्रोन तैनात किए गए हैं। पुलिस अधीक्षक शुक्ल ने बताया कि यह एक्सप्रेसवे प्रधानमंत्री का ड्रीम प्रोजेक्ट है और भारत 2047 के विकसित भारत के लक्ष्य का हिस्सा है। उन्होंने कहा, "इस तरह की घटनाओं से जिले की छवि को नुकसान पहुंच सकता है। इसलिए आधुनिक तकनीक की सहायता से इन पर नियंत्रण किया जाएगा।"
अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस ड्रोन
इस ड्रोन में कई उन्नत सुविधाएं मौजूद हैं, जिनमें हाई-क्वालिटी कैमरा, जीपीएस, ऑटो ट्रैकिंग, और ऑब्सटेकल सेंसिंग शामिल हैं। एक बार चार्ज होने पर यह ड्रोन 45 मिनट तक उड़ान भर सकता है और 40 किलोमीटर के दायरे में निगरानी कर सकता है। इन विशेषताओं के चलते यह सुरक्षा और निगरानी के लिए अत्यधिक प्रभावी साबित होगा।
कार्यक्रम में ये रहे उपस्थिति
ड्रोन शुभारंभ कार्यक्रम में कई प्रमुख अधिकारियों और गणमान्य लोगों ने भाग लिया। इनमें अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रेमलाल कुर्वे, भाजपा जिलाध्यक्ष भानु भूरिया, एसडीओपी थांदला रविंद्र राठी, उप पुलिस अधीक्षक कमलेश शर्मा, गिरीश कुमार जेजुरकर और स्थानीय पत्रकार शामिल थे।
आपकी राय