एलईडी लाइट खरीदी और गुणवत्ता पर सवाल, पार्षद ने सीएमओ को सौपा ज्ञापन
बाजार की कीमत से अधिक दामों में खरीद हो रही
झाबुआ । नगर पालिका में एलईडी स्ट्रीट लाइट पर भ्रष्टाचार की काली छाया पड़ गई है। वार्डो में बाजार की कीमत से तीन से चार गुने अधिक दामों में एलईडी लाइट की खरीद गई, लेकिन गुणवत्ता खराब होने के चलते अधिकतर लाइट जवाब देने लग गई हैं। झाबुआ के वार्ड 12 पार्षद विनय भाबर द्वारा एलईडी खरीद में अनियमितता , जिले में अवैध अतिक्रमण , घुमटियों से अवैध वसूली आदि माँगो को लेकर सीएमओ संजय पाटीदार को ज्ञापन सौपा है, साथ ही माँगो का जल्द से जल्द निराकरण न होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी है। उल्लेखनीय है की वार्ड 12 में कुछ माह पूर्व ही एलईडी लाइट लगाई गई थी लगाने के कुछ ही दिनों में यह लाइट बंद हो चुकी है, गलियों में रात में अँधेरा पसरा हुआ है जिससे किसी भी आकस्मिक घटना का भय लगातार बना हुआ है, रहवासियों द्वारा वार्ड पार्षद को स्थिति से अवगत कराने के बाद पार्षद विनय भाबर द्वारा अधिकारियो को इस सम्बन्घ में ज्ञापन सौपा गया है।
पानी की तरह रुपये बहाए
खराब गुणवत्ता के चलते लाइट खराब होने लगी हैं। तमाम लाइट अपने निर्धारित स्थानों पर लगी ही नहीं हैं। यह लगने से पहले ही कबाड़ बन गई हैं। जेम पोर्टल से बाजार की कीमत के मुकाबले तीन से चार गुने अधिक भुगतान हुआ है। जिम्मेदार अभियंता ने भी आंख बंदकर इन लाइटों की गुणवत्ता का सत्यापन कर दिया। अब यह लाइट ही खराब होने लगी हैं।
जांच हुई तो खुलेगी पोल
परिषद में इन लाईटों के सत्यापन में भी खूब फर्जीवाड़ा होता है। कागजों में अधिक लाइट खरीदी जाती हैं, लेकिन मौके पर काफी कम ही लगती हैं। अगर उच्च अफसरों द्वारा पिछले साल की लाइटों की जांच करा लें तो पूरी पोल खुल जाएगी।
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