झाबुआ में सफाई कर्मचारियों ने कचरे से बनाई खूबसूरत कलाकृतिया , पीएम मोदी ने मन की बात में की सराहना
Worker in Jhabua created beautiful Artwork from garbage, PM Narendra Modi Jhabua praised him in Mann Ki Baat.
झाबुआ। झाबुआ में सफाई कर्मचारियों ने कचरे
से सुंदर कलाकृतियाँ बनाकर लोगों का ध्यान आकर्षित किया है। यहाँ प्लास्टिक के कचरे, बोतलों, टायरों
और पाइपों का इस्तेमाल करके कलाकृतियो तैयार की ओर उन्हें शहर के अंबेडकर पार्क में लगाया, जिससे
पार्क की खूबसूरती और बढ़ गई। कचरेसे फूलों के गमले, नगर पालिका का साइन बोर्ड, सेल्फी पॉइंट, ट्रैफिक
सिग्नल, झोपड़ी, कार, तोप ओर हेलीकॉटर जैसे कई डिज़ाइन बनाए गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सफाई
कर्मचारियों के काम को पहचाना ओर 25 अगस्त को अपने 'मन की बात कार्यक्रम में उनकी प्रशंसा की ।
पीएम मोदी ने कहा की मेरे प्यारे देशवासियो, मध्यप्रदेश के झाबुआ में कुछ शानदार हो रहा है, जिसके बारे में आपको ज़रूर जानना
चाहिए। वहाँ, हमारे सफाई कर्मचारी भाई-बहनों ने एक अदभुत काम किया है। इन भाइयों ओर बहनों ने Waste to Wealth के संदेश को हकीकत में बदल कर दिखाया है। झाबुआ के एक पार्क में , इस टीम
ने कचरे से अदभुत कलाकृतियाँ बनाई हैं। अपने इस प्रयास के लिए, उन्होंने आस-पड़ोस से प्लास्टिक का कचरा, इस्तेमाल की गई बोतलें, टायर ओर पाइप एकत्र किए। इस कलाकृति में हेलीकॉप्टर, कार ओर तोप
शामिल है। सुंदर लटकते फूलों के गमले भी बनाए गए है। यहाँ, इस्तेमाल किए गए टायरों से आरामदायक बेंच
बनाई गई हैं" पीएम मोदी ने कहा " सफाई कर्मियों की यह टीम कम करें, दोबारा इस्तेमाल
करें और रीसाइकित करें के मंत्र पर काम कर रही है। उनके प्रयासों से पार्क की खूबसूरती में चार चांद लगा
दिया है। स्थानीय लोगों के अलावा पड़ोसी जिलों के लोग भी इसे देखने के लिए यहां पहुंच रहे हैं।
सफाई कर्मचारी टोनी पिथेया ने बताया कि वे कचरे ओर इस्तेमाल की गई प्लास्टिक की बोतलों से काफी परेशान थे।
इसलिए उन्होंने कचरे से कुछ नया करने की इच्छा जताई, जिसके परिणामस्वरूप खूबसूरत कलाकृतियां तैयार
हो गई। पिधेया ने बताया, “हम प्लास्टिक की बोतलों के कारण चिंतित थे और दुनिया भी इससे चिंतित है।
पीएम मोदी प्लास्टिक कचरे के बार में बात कर रहे थे । इसलिए, हम प्लास्टिक के साथ कुछ नया करना चाहते
थे। हमने नवाचार को प्रदर्शित करने के उद्देश्य से मेरे सहित आठ सदस्यों की एक टीम बनाई। कचरा गाड़ी से
बहुत सारी प्लास्टिक की बोलें इकट्टी हो जाती थी ओर हम उनका निपटान नहीं कर पाते थे, इसलिए हमने
इसमे से कुछ नया किया। हमने JMC साइन बोर्ड, झोपडी , ट्रैफिक सिग्नल, गमले, कार ओर एक हेलीकॉप्टर सी कई चीज़े बनाई हैं। हमें एक कॉलोनी के लिए हेलीकॉप्टर तेयार करने का ऑर्डर भी मिला था जिसे हमने
तेयार करके कॉलोनी मे सौंप दिया है। वर्तमान में, हम बोतल से एक मोर बना रहे हैं। जब पीएम
मोदी से उनके कार्य की प्रशंसा करने के बारे मे पूछा गया, तो सफाई कर्मचारी ने कहा कि वे बहुत खुश हैं
और अब उनकी टीम पीएम मोदी से मिलना चाहती है ।
इस बीच, नगरपालिका प्रतिनिधि शैलेन्द्र सिंगार ने झाबुआ न्यूज़ को बताया की , 3आर फॉर्मूला (रिड्यूज, रीयूज ओर रीसाइकित) है, जिसके तहत अपशिष्ट पदार्थो को पुनः उपयोग के लिए काम किया जाता है । हमारे सफाई कर्मचारियों ने भी यही काम किया और उन्होंने
अपशिष्ट पदार्थों, बेकार प्लास्टिक की बोतलों और टायरों का उपयोग करके झोपड़ी, सेल्फी पॉइंट ओर हेलीकॉप्टर जैसी कई चीजें बनाई। फिलहाल वे मोर बना रहे है। उन्होंने कहा, “जब पीएम
कार्यक्रम मे झाबुआ के बारे मे बात करते हे, तो जिले के सभी निवासियों में खुशी की लहर दौड़ जाती है।
झाबुआ एक छोटा आदिवासी जिला है, लेकिन आज झाबुआ पीएम मोदी की वजह से पूरे देश में जाना जाता है । झाबुआ नगरपालिका के सफाई कर्मचारियों ओर उनकी टीम को पुरे देश में प्रसिद्धि मिली है।
आपकी राय