सायबर अपराधों की रोकथाम एवं जागरूकता हेतु साइबर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित
झाबुआ। पुलिस अधीक्षक झाबुआ श्री अगम जैन द्वारा जिले में सायबर अपराधों की रोकथाम एवं जागरूकता हेतु “Cyber awareness program” करने हेतु निर्देशित किया गया। उक्त निर्देशों के पालन में उड़ान एकेडमी झाबुआ में उप पुलिस अधीक्षक(अजाक) श्री राकेश आर्य, आरक्षक 552 महेश प्रजापति, द्वारा उपस्थित 150 से अधिक बालक-बालिकाओं को सायबर अवेयरनेस के बारे में जानकारी दी।
उपपुलिस अधीक्षक (अजाक) श्री राकेश आर्य द्वारा बताया गया कि ऑनलाइन दुनिया में सुरक्षित रहने के लिए कुछ साइबर सुरक्षित प्रथाओं का पालन करना आवश्यक होता है, जिनके बारे में जानकारी दी गई। साइबर बुलिंग, साइबर स्टॉकिंग के बारे में बच्चों के साथ विस्तार से चर्चा की गई। सेक्सटॉर्शन के बारे में जानकारी देते हुए बताया गया कि कोई अज्ञात व्यक्ति या महिला के द्वारा व्हाट्सएप पर वीडियों कॉल कर अश्लील वीडियों बनाकर आपको ब्लैकमेल कर पैसों की मांग की जाती है, जिससे आपको बचना है। अज्ञात वीडियों कॉल को नहीं उठाना है। साथ ही बच्चों को उनके कैरियर के बारे में चर्चा की व प्रतियोगी परिक्षा की तैयारी कैसे करना है, इसके बारे में जानकारी दी गई।
सायबर एडवाइजरी :-
- कभी भी लॉटरी या इनाम के झांसे में किसी के साथ अपनी बैंक संबंधी जानकारी शेयर न करे।
- किसी भी अनजान व्यक्ति द्वारा बैंक संबंधी जानकारी जैसे उपयोगकर्ता का आईडी पासवर्ड /ATM कार्ड नंबर /पिन /CVV नंबर/ OTP नंबर आदि मांगे जाने पर प्रदाय ना करें। बैंक कभी भी फोन पर बैंक संबंधी जानकारी नहीं मांगते हैं।
- गूगल के माध्यम से कस्टमर केयर नंबर सर्च करने के लिए अधिकृत वेबसाइट को ही चुने।
- अनजान लिंक पर क्लिक न करे।
- सोशल मीडिया पर प्रोफाइल पिक्चर को लॉक व सिक्योर करके रखे।
- हमेशा 2 स्टेप वेरीफिकेशन चालू रखे।
- बैंकिंग App में लॉक लगा के रखे।
- अनजान एप्प को Play Store के अलावा दूसरे प्लेटफॉर्म से डाउनलोड न करे।
- किसी भी अनजान एप्प को मोबाइल की (जैसे गैलरी, कॉन्टेक्ट, SMS, लोकेशन) परमिशन न दे।
- बैंक फ्रॉड होने पर तुरंत हेल्पलाईन नंबर 1930 पर कॉल करे।
- ट्रांजैक्शन करते समय किसी भी रिमोट एक्सेस एप जैसे टीमव्यूअर/एनीडेक्स आदि को मोबाइल में इंस्टॉल ना करें।
- नौकरी की ऐसी पेशकश से बचे जिसमें आपको पैसे जमा करने के लिए कहा जा रहा हो।
- किसी को भी अपना मोबाइल न दे।
- फेसबुक और व्हाट्सएप मैसेंजर का उपयोग कर युवक/युवतियों के अश्लील वीडियो बनाकर उन्हें ब्लैकमेल कर, की जा रही फिरौती की मांग से बचे।
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