हिन्दू नववर्ष (गुड़ी पड़वा) पर हिन्दू नववर्ष उत्सव समिति राजवाड़ा द्वारा शहर में निकाली जाएगी प्रभात फैरी

संध्याकाल ठीक 7 बजे सत्यनारायण मंदिर एवं परिसर को 2 हजार दीपकों से जगमग किया जाएगा।

सत्नारायण मंदिर राजवाड़ा पर 2 हजार दीपको से की जाएगी सुंदर सज्जा, भव्य आतिशबाजी एवं श्री राम के जयकारों से गूंजायमान होगा राजवाड़ा

झाबुआ। हिन्दू नववर्ष उत्सव समिति राजवाड़ा झाबुआ द्वारा प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी आगामी 2 अप्रेल, शनिवार को हिन्दू नववर्ष (गुड़ीपड़वा) पर्व धूमधाम से मनाया जाएगा। इस दिन समिति द्वारा प्रातःकाल प्रभात फैरी निकाले जाने के साथ संध्याकाल राजवाड़ा स्थित श्री सत्यनारायण मंदिर पर 2 हजार दीपकों से सज्जा कर भव्य आतिश्बाजी की जाएगी। इस दौरान भगवान श्री राम के जयकारों से पूरा राजवाड़ा सहित शहर गूंजायमान होगा। 
     इस संबंध में आयोजन समिति की बैठक भी राजवाड़ा स्थित श्री सत्यनारायण मंदिर पर संपन्न हुई। जिसमें उक्त आयोजन के संबंध में विचार-विमर्श कर रूपरेखा तैयार की गई। साथ ही आयोजन के आमंत्रण-पत्रकों का विमोचन भगवान श्री राम, राम-लखन-जानकी, जय बोलो हनुमान की ... के जयघोष के बीच किया गया। समिति द्वारा बैठक में तय किया गया कि 2 अप्रेल, शनिवार को सुबह ठीक 7.30 बजे राजवाड़ा से प्रभात फैरी निकाली जाएगी। जिसमें समिति से जुड़े समस्त सदस्यगणों के साथ श्री राम भक्त एवं सकल हिन्दू समाज के लोग अपने हाथों में केसरिया ध्वज लेकर भगवान श्री राम एवं हनुमानजी के जयघोष लगाते हुए सम्मिलित होंगे। यह यात्रा शहर के प्रमुख मार्गों से होते हुए पुनः समापन राजवाड़ा पर होगा। जहां पर सभी के लिए नीम के रस का आयोजन रखा गया है। संध्याकाल ठीक 7 बजे सत्यनारायण मंदिर एवं परिसर को 2 हजार दीपकों से जगमग किया जाएगा। रात्रि 8.30 बले भव्य आतिश्बाजी के साथ भगवान के जयकारे लगाए जाएंगे।
हिन्दू नववर्ष (गुड़ीपड़वा) पर ये करे
समिति द्वारा जो आमंत्रण-पत्र प्रकाशित करवाए गए कि उसमें भगवान श्री राम का सुंदर आदमकद चित्र होने के साथ ही हिन्दू नववर्ष वर्ष प्रतिपदा विक्रम संवत् 2069 की समस्त शहरवासियों को शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए इस पर्व के महत्व के बारे में जानकारी दी गई है। समस्त शहरवासियों से अपील की है कि वे उक्त समस्त कार्यक्रमों में शत-प्रतिशत भाग ले। इसके अतिरिक्त इस दिन अपने घरों पर विशेष साज-सज्जा करे। घरों की छत पर केसरिया ध्वज फहराने के साथ गुड़ी बांधे, संध्याकाल प्रत्येक घरों पर दीप सज्जा की जाए, घरों के बाहर रांगोली बनाई जाए, आम के पत्तों का तोरण लगाया जाए। इस दिन प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष अपने समस्त ईष्ट मित्रों को शुभकामनाएं प्रेषित की जाए, घरो मंे स्वादिष्ट व्यंजन एवं मिष्ठान बनवाए जाए।


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