महाशिवरात्रि पर शहर के शिवालयों में लगा भक्तों का तांता, देवझिरी तीर्थ, पारदेश्वर एवं दूधेश्वर महादेव मंदिर पर मेले जैसा रहा माहौल
शिवलिंग की जल, दूध, पंचामृत, शहद से अभिषेक करने के साथ भगवान को पुष्प, बिल्व पत्र, आकड़े, धतुरा, भांग, काजू-मिष्ठान अर्पण किया गया.
मंदिरों में गूंजे ॐ नमः शिवाय एवं भोले-शंभु-भोलेनाथ के स्वर
झाबुआ। महाशिवरात्रि का पावन पर्व 1 मार्च, मंगलवार को शहर के सभी शिवालयों में आस्था एवं श्रद्धा के साथ मनाया गया। अलससुबह से लेकर देर रात तक शिव मंदिरों में श्रद्धालुओं की दर्शन-पूजन एवं शिव-पार्वतीजी की भक्ति, आराधना के लिए भीड़ लगी रहीं। इस दिन शहर के समीपस्थ देवझिरी तीर्थ स्थल के साथ झाबुआ-मेघनगर मार्ग पर पारदेश्वर महादेव मंदिर एवं दूधेश्वर महादेव मंदिर पर मेले जैसा नजारा देखने को मिला। भक्तजन शिव पूजन और भक्ति के लिए पूरी तरह लालायित दिखाई दिए।
शहर के सिद्धेश्वर काॅलोनी स्थित श्री सिद्धेश्वर महादेव मंदिर, छोटा तालाब स्थित श्री मनकामेश्वर महादेव मंदिर, डीआरपी लाईन स्थित गोपेश्वर महादेव मंदिर, काॅलेज मार्ग स्थित प्राचीन सोमेश्वर महादेव मंदिर, विवेकानंद काॅलोनी स्थित उमापति महादेव मंदिर, गोपाल काॅलोनी स्थित महाकाल मंदिर, हाऊसिंग बोर्ड काॅलोनी स्थित श्री ऋण मुक्तेश्वर महादेव मंदिर सहित समस्त शिव मंदिरों पर अलसुबह से ही श्रद्धालुओं की भगवान भोलेनाथ के दर्शन-पूजन के लिए कतार नजर आई। महिला-पुरूषों ने अलग-अलग कतारों में खड़े रहकर शिव-दर्शन किए। शिवलिंग की जल, दूध, पंचामृत, शहद से अभिषेक करने के साथ भगवान को पुष्प, बिल्व पत्र, आकड़े, धतुरा, भांग, काजू-मिष्ठान अर्पण किया गया। मंदिरों में शिवजी के समधुर गीत गूंजायमान हुए। इस दिन भक्तों ने व्रत, उपवास रखकर अपने घरों पर फरियाली खिचड़ी का प्रसाद ग्रहण किया।
देवझिरी तीर्थ पर 500 मीटर लंबी लाईन लगी
शहर से सटे देवझिरी तीर्थ स्थल पर महाशिवरात्रि पर ना केवल झाबुआ जिले अपितु संपूर्ण मप्र, गुजरात, राजस्थान सहित अन्य राज्यों से भी भक्तजनों ने अपने परिवार के साथ पहुंचकर नर्मदा नदी से बह रहे पवित्र कुंड में स्नान कर भोलेशंभु-भोलेनाथ एवं मां नर्मदा के जयकारों के साथ लंबी-लंबी कतारों में खड़े रहकर शिवलिंग की पूजन-आरती कर नारियल बदारा एवं सभी को चिरंजी की प्रसाद वितरित की। समीप पीपल के वृक्ष के पूजन की गई। मंदिर परिसर में प्रसादी, बच्चों के मनोंरजन और स्वल्पाहार की अनेक दुकाने भी लगी रही। झाबुआ-मेघनगर मार्ग पर स्थित पारदेश्वर एवं दूधेश्वर महादेव मंदिर पर इस दिन विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान संपन्न हुए।
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