कियोस्क संचालक नहीं आ रहा अपनी हरकतों से बाज दे रहा गोली मारने की धमकी
मामूली सी कहा सुनी पर इस कियोस्क संचालक द्वारा लट्ठ से मारने दौड़ने और माँ बहन के गन्दी गन्दी गालियों के साथ गोली मारने की धमकी दी गयी।
झाबुआ। एसबीआई किओस्क देश के नामी बैंक स्टेट बैंक द्वारा संचालित है मगर कुछ किओस्क संचालको द्वारा बैंक की छवि को बुरी तरह से धूमिल किया जा रहा है। ताजा मामले में झाबुआ के एक एसबीआई किओस्क संचालक द्वारा पडोसी से मामूली कहासुनी के बाद गोली मारने की धमकी दी गयी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार स्थानीय गोपाल कॉलोनी के एसबीआई किओस्क संचालक द्वारा अपने निवास स्थान पर नयी बोरिंग की पाइपलाइन डलवाई जा रही थी, पाइपलाइन पडोसी के एलिवेशन से होकर जाने से पडोसी ने इस पर आपत्ति ली और उक्त किओस्क संचालक को विनम्रता से इसे हटाकर अपने मकान के एलिवेशन पर डालने को कहा कुछ देर मामूली कहासुनी के बाद उक्त किओस्क संचालक आवेश में घर से लट्ठ उठाकर लाया और उक्त व्यक्ति पर लट्ठ से हमला करने लगा पीछे से उक्त किओस्क संचालक के पिता आये और उन्होंने लट्ठ पकड़ लिया इतने में ही उक्त किओस्क संचालक का मन नहीं भरा वो वही पर खड़ा होकर माँ बहन की बहुत गन्दी गन्दी गालिया देने लगा और जोर जोर से चिलाने लगा में तुझे गोली मार दूंगा। परिवारजन उक्त किओस्क संचालक को समझा बुझाकर घर ले गए.
कई घंटे की समझाइश के बाद उक्त पाइपलाइन को वह से हटाकर किओस्क संचालक के मकान पर शिफ्ट किया गया। पुरे घटनाक्रम में ऐसे कई पहलु जो ये सोचने पर विवश करते है कैसे एक मामूली सी कहा सुनी पर इस किओस्क संचालक द्वारा लट्ठ से मारने दौड़ने और माँ बहन के गन्दी गन्दी गालियों के साथ गोली मरने की धमकी दी गयी। अब पुरे घटनाक्रम को विस्तृत में समझे तो उक्त किओस्क संचालक ने जिस व्यक्ति पर इस पूरी घटना क्रम को अंजाम दिया है वो स्वयं एक प्रतिष्ठित न्यूज़ चैनल में ब्यूरो चीफ है कोरोना काल में उक्त पत्रकार द्वारा इस किओस्क संचालक की भयंकर अनियिमितता और कारनामो को प्रमुखता से प्रकाशित किया था तभी से उक्त किओस्क संचालक इस मोके की तलाश में था , और सोची समझी साजिश के तहत इसने पुरे घटनाक्रम को अंजाम दिया। आपको बता चले की इस किओस्क संचालक का रवैया यहाँ पर आने वाले ग्रामीणों के साथ भी ऐसा ही है ये ग्रामीणों से भी चिलाकर और गाली गलोच से बात करता है और अंदर आये ग्रामीणों को घंटो बाहर इंतज़ार करवाया जाता है, इनकी इसी अनियिमतता को कोरोना काल में कई पत्रकारों ने प्रकाशित किया था , बावजूद इसके इनके काम करने के तरीके और बात करने के तरीके दोनों में कोई परिवर्तन नहीं है. उक्त घटना के बारे में जब दूसरे पत्रकारों को पता चला तो उन्होंने इसकी थाने में रिपोर्ट करने को कहा क्योंकि एक पत्रकार से खबर छापने के प्रतिशोध के उद्देश्य से लट्ठ से मारपीट की कोशिश करना और बीच रोड में माँ बहन की गन्दी गन्दी गालिया देना और गोली मारना मतलब जान से माँरने की धमकी देना, इस कियोस्क संचालक को जेल भेजने के काफी है। पत्रकार साथियो को साथ लेकर अगर उक्त कियोस्क संचालक पर रिपोर्ट दर्ज़ करवाई जाती है तो इस पर कई धाराओं में केस दर्ज़ किया जा सकता है जिनमे
- माँ बहन की गन्दी गन्दी गालिया देने के तहत धारा 294 में कैस दर्ज़ होना
- लट्ठ से हमला करना के तहत धारा 325 आईपीसी में कैस दर्ज़ होना
- गोली मारना या जान से मारने की धमकी देना के तहत धारा 506 में कैस दर्ज़ होना
- पत्रकार सुरक्षा अधिनियम के तहत पत्रकार को गोली मारने की धमकी और गाली गलोच से बात करने के तहत 3 वर्ष की जेल और 50000 जुर्माना अधिरोपित हो सकता है।
आपको बता दे की उक्त कियोस्क संचालक की कार्यप्रणाली और रवैये से परेशान ग्रामीणों ने पूर्व में भी इनपर कई गंभीर आरोप लगाए है जिनमे खाता खुलवाने में 10 गुना राशि वसूल करने, चिल्ला चोट और गाली गलोच से बात करने, और कार्य में भयंकर अनियिमितता जैसे कई गंभीर आरोप लगाए जा चुके है। विडम्बना की एक मामूली सा कियोस्क संचालक जो जनता के सेवा के लिए है नाकि उनके शोषण और उनसे बदसलूकी के लिए कैसे ये कियोस्क संचालक अपने आप को सर्वे सर्वा समझने लगा, ये इस गलत वहमी में जी रहा ही की में कुछ भी करूँगा कोई भी मेरा कुछ नहीं बिगड़ सकता, और ये सोच रहा है की में इस पत्रकार को गोली मारने के धमकी दूंगा तो ये आज के बाद मेरी कोई खबर नहीं छापेगा, और इसी मंशा से इसने इस घटना को अंजाम दिया लेकिन ये भूल गया जिस पत्रकार से ये पंगा ले रहा है वो दिन भर में इसके जैसे न जाने कितनो को चलता कर देता है। बहरहाल इस कियोस्क संचालक की सभी हरकत सीसीटीवी में कैद हो चुकी है जिसका की फुटेज उक्त पत्रकार द्वारा अपने पास सभाल कर रख लिया गया है। इस कियोस्क संचालक की इस हरकत का सभी पत्रकारों ने घोर विरोध किया है और साथ ही दो प्रण लिए है पहला ये की सभी पत्रकार द्वारा इस कीओस्क संचालक की दादागिरी और कार्य में घोर अनियिमितता को समय समय पर प्रकाशित किया जायेगा और दूसरा जल्द से जल्द सभी पत्रकारों द्वारा डीजीएम से मिलकर इसके कारनामो की उजागर किया जायेगा।