तत्कालीन एसडीओ द्वारा दूर्भावना से नवीन पटवारियो की व्यावहारिक परीक्षा मे अनुत्तीर्ण करने पर पुनर्जाच की माग
जिला झाबुआ की तहसील पेटलावद, थांदला, मेघनगर के नवीन पटवारी व्यवहारिक परीक्षा मे सर्वोच्च अंको के साथ शत प्रतिशत परीक्षार्थी उतीर्ण हुए है जबकि अनुभाग झाबुआ की तहसील झाबुआ, रामा, रानापुर के नवीन परीक्षार्थी पटवारियो को व्यवहारिक परीक्षा मे न्यूनतम उतीर्णाक (अजा,अजजा के लिये 40 प्रतिशत अन्य पिछडा वर्ग, सामान्य वर्ग के लिये 50 प्रतिशत अंक) से भी कम अंक देकर ज्यादातर परीक्षार्थियो को अनुुतीर्ण किया गया.
पटवारी संघ ने कलेक्टर को सौपा ज्ञापन
झाबुआ। राजस्व अनुविभाग झाबुआ के नवीन पटवारियों की व्यावहारिक परीक्षा में दिये गये अंकों के पुनर्मूल्यांकन तथा तत्कालीन अनुविभागीय अधिकारी राजस्व द्वारा दुर्भावनावश एवं दोषपूर्ण तरिके से अंक देकर अधिकतम पटवारियों को अनुत्तीर्ण करने तथा इस परीक्षा में अंकों का निर्धारण करने में पक्षपातपूर्ण एवं द्वेषपूर्ण तरीका अपनाये जाने के चलते तहसील झाबुआ, रामा, रानापुर के नवीन पटवारियों के भविष्य के साथ खिलवाड किया गया है । जिसे लेकर सोमवार को मध्यप्रदेश पटवारी संघ के जिलाध्यक्ष एव प्रदेश उपाध्यक्ष अखिलेश मुलेवा के नेतृत्व में पटवारियों के प्रतिनिधि मंडल जिसमें तहसील अध्यक्ष नानुराम मेरावत, सुरेन्द्र चौहान, अर्जुन मेडा, नीलेश पाटीदार जगदीश चौहान, पूजा ओसारी , रिंकु ठाकुर, अनिता मुजाल्दा, रूचिका चौहान, हेमलता बामनिया, निलेश अखाडे, सहित झाबुआ रामा रानापुर के सभी नवीन पटवारी की उपस्थिति मे कलेक्टर प्रबल सिपाहा को ज्ञापन सौपा गया। ज्ञापन में उल्लेखित किया गया है कि झाबुआ के राजस्व अनुभाग झाबुआ अन्तर्गत तहसील झाबुआ, रामा, रानापुर मे नवीन पटवारियो को व्यवहारिक परीक्षा मे दोषपूर्ण तरीके से अंक देकर ज्यादातर पटवारियो को अनुतीर्ण कर दिया है। इस परीक्षा मे अंको का निर्धारण करने मे पक्षपात एवं द्वेषपूर्ण तरीका अपनाया गया है जिसके बारे मे ज्ञापन मे कहा गया है कि जिला झाबुआ की तहसील पेटलावद, थांदला, मेघनगर के नवीन पटवारी व्यवहारिक परीक्षा मे सर्वोच्च अंको के साथ शत प्रतिशत परीक्षार्थी उतीर्ण हुए है जबकि अनुभाग झाबुआ की तहसील झाबुआ, रामा, रानापुर के नवीन परीक्षार्थी पटवारियो को व्यवहारिक परीक्षा मे न्यूनतम उतीर्णाक (अजा,अजजा के लिये 40 प्रतिशत अन्य पिछडा वर्ग, सामान्य वर्ग के लिये 50 प्रतिशत अंक) से भी कम अंक देकर ज्यादातर परीक्षार्थियो को अनुुतीर्ण किया गया जो कि भेदभाव पूर्ण प्रतीत होता है।
ज्ञापन मे उल्लेखित किया गया है कि व्यावहारिक परीक्षा मे अंको का विभाजन कार्य पद्वति एवं कार्य कुशलता को लेकर किया जाता है। जिसके पालन मे नवीन पटवारियो द्वारा अधिकारियो द्वारा दिये गये समस्त आदेशो का अक्षरशः पालन समय-समय पर किया गया यथा-प्रशिक्षण अवधि मे ही निर्वाचक नामावली का सुधार हो या विधानसभा व लोकसभा निर्वाचन तथा प्रदेष मे एक मात्र विधानसभा उपनिर्वाचन 2019 झाबुआ मे मशीन कमीशनिंग से लेकर निर्वाचन संबधित सौपे गये समस्त कार्य साम्रगी लाने जमाने मतदान दलो को साम्रगी वितरण एवं मतदान दलो को उनके मतदान केन्द्र तक पहुचाने हेतु वाहन प्रभारी का दायित्व तत्परता पूर्वक किया गया वही विभागीय दायित्वो का निर्वहन भी सम्पूर्ण निष्ठा के साथ किया गया राजस्व न्यायालयो के प्रकरणो मे प्रतिवेदन, सीमांकन, राजस्व अभियान के साथ विभिन्न पर्व त्यौहारो पर कानून व्यवस्था मे ड्यूटी जैसे अति संवेदनशील कार्यो मे दिनरात कार्य किया गया। पटवारियो द्वारा विभागीय कार्य जैसे फसल गिरदावरी,फसल कटाई प्रयोग, पी.एम. किसान सम्मान निधि आदि कार्य निर्धारित समय मे सफलतापूर्वक पूर्ण किये गये। व्यवहारिक परीक्षा के लिये भी निर्धारित समस्त कार्यो को लगन एवं निष्ठा से पूर्ण कर निर्धारित फाईल तैयार कर प्रस्तुत की गई है परन्तु झाबुआ अनुभाग के पटवारियो के इन कार्यो की अनदेखी कर द्वेशपूर्ण तरीके से अंको का विभाजन किया गया है। जो कि नवीन पटवारियो का भविष्य खराब करने की कोशिश प्रतीत होती है।
झाबुआ अनुभाग के पदस्थ पटवारियो मे से कुछ पटवारियो ने आ्नलाईन परीक्षा मे मध्य प्रदेश की प्रावीण्य सूची मे स्थान अर्जित किया है इतने योग्य परीक्षार्थियो को व्यवहारिक परीक्षा मे न्यूनतम उर्तीणांक से भी कम अंक देकर अनुतीर्ण किया गया है जो कि अपने आप मे किसी भी स्तर पर व्यवहारिक प्रतीत नही होता है। प्रस्तुत ज्ञापन मे कलेक्टर से माग की गई है कि उक्त प्रकरण मे की गई द्वेषपूर्ण कार्यवाही को निरस्त करते हुए किसी वरिष्ठ अधिकारी द्वारा पुनर्जांच करवाकर परीक्षार्थियो के अंक निर्धारण कराया जावे ताकि अनुभाग झाबुआ के सभी नवीन पटवारियो के भविष्य के साथ न्याय हो सके। कलेक्टर श्री सिपाहा ने ज्ञापन में कार्रवाही करने का आश्वासन दिया।