नागरिकता संशोधन अधिनियम के समर्थन में निकली ऐतिहासिक रैली
हजारों की उपस्थिति में सासंद ने प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन का वाचन किया जिसमें केन्द्र सरकार द्वारा लागू किये गये नागरिकता संशोधन कानून का समर्थन का जिक्र किया गया ।
नागरिकता संशोधन विधेयक से किसी भी नागरिक का नुकसान नही होना है- निलेश सोलंकी
प्रधानमंत्री के नाम कलेक्टर को सौपा ज्ञापन
झाबुआ । संसद के दोनों सदनों द्वारा एकमत से परित तथा महामहिम राष्ट्रपति के हस्ताक्षर से कानून का रूप लेने वाले नागरिकता संशोधन अधिनियम अधिनियम सीसीए के समर्थन में नगर के उत्कृष्ठ मैदान पर हजारों की संख्या में देशप्रेमियों ने विशाल एवं ऐतिहासिक रैली निकाल कर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं गृह मंत्री अमित शाह द्वारा इस अधिनियम को लागू करने को लेकर व्यापक समर्थन देते हुए नगर में शांतिपूर्ण रैली निकाली गई तथा सांसद गुमानसिंह डामोर के नेतृत्व में हम भारत के नागरिक झाबुआ के बैनर तले प्रधानमंत्री के नाम समर्थन करने का पत्र कलेक्टर प्रबल सिपाहा को सौपा गया ।
दोपहर 1 बजे उत्कृष्ठ स्कूल के मैदान पर पूरे जिले से हजारों की संख्या में सभी वर्गेा के लोगों के साथ ही बडी संख्या में मातृशक्ति ने एकत्रित होकर नागरिकता संशोधन अधिनियम के समर्थन में अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई । पूरा मैदान पुलिस एवं प्रशासन द्वारा छावनी मे तब्दील कर दिया गया । इस अवसर पर नागरिकता संशोधन अधिनियम के समर्थन में हर जाति वर्ग, के अलावरा सकल व्यापारी संघ, पेंशनर संगठन के सदस्य, स्कूली बच्चों, युवा तुर्क के अलावा भाजपा के पदाधिकारीगण एवं कार्यकर्ता के अलावा गा्रमीण अंचलों से भी हजारों की संख्या में लोगों ने इस अधिनियम के समर्थन में हाथो मे तख्तिया लेकर समर्थन व्यक्त किया । पूरा मेदान राष्ट्रध्चज तिरंगें से आच्छादित हो गया ।
इस अवसर पर नागरिकता संशोधन कानून को लेकर आयोजित बौद्धिक में संबोधित करते हुए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रदेश पदाधिकारी निलेश सोलंकी ने महती सभा को संबोधित करते हुए कहा कि सीसीए के समर्थन में कहा कि इस संशोधन बिल की आवश्यकता इसलिये पडी कि भारत सरकार ने नागरिकता के संशोधन बिल को संसद के दोनों सदनों में प्रस्तुत किया गया जहां प्रचंड मतों से इसे पारित किया तथा राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के बाद बंगला देश,पाकिस्तान एवं अफगानिस्तान के जो हिन्दु, सिक्ख,ईसाई, बौद्ध,पारसी एवं जैन जो वहां अल्पसंख्यक होकर जिन्हे पिछले कई बरसों से प्रताडित किया गया, उनकी मां बहिनों के साथ दुष्कर्म किया गया, जबरन धर्म परिवर्तन करवाया जारहा था वे शरणार्थी के रूप मे भारत मे आये उन्हे देश की नागरिकता देने का मानवीय कदम है । उन्होने कहा कि संसद में कानून पारित हो जाता हैं उसके बाद 3 दिनों में कांग्रेस सहित विरोधी दलों ने साजिश के तहत देश भर मे आगजनी लगाने का प्रयास किया गया । रोहिंग्या एवं घुसपैठियों के समर्थन तथा उन्हे बसानें के लिये कांग्रेस पार्टी एवं अन्यदल जुट गये है । श्री सोलंकी ने आगे कहा कि मध्यप्रदेश में कमलनाथ सरकार ने धारा 144 लाूग करके लोगों की आवाज को दबाने का प्रयास किया गया है । प्रदेश के मुखिया कह रहे है कि इस कानून को मध्यप्रदेश मे लागू नही किया जावेगा । उन्हे मालुम होना चाहिये कि यह कानून प्रदेश का नही वरन पूरे देश की नागरिकता का है और इसे स्वीकार करना ही होगा । कांग्रेस एवं अन्य दलों को आडे हाथ लेतेे हुए उन्होने कहा कि जएनयू में इन्ही लोगों के इशारों पर भडकाने वाला काम किया जारहा है । जबकि इस नागरिकता संशोधन विधेयक से किसी भी नागरिक का नुकसान नही होना है । दंगा करने वाले छात्र नही दंगाई लोग है।उन्होने इस कानून का पूरे देश में प्रबल समर्थन मिलने की बात कहीं ।
शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास मध्यप्रदेश के ओम शर्मा ने अपने प्रभावी संबोधन में यह रैली एवं प्रदर्शन भारतीय सेना, हमारी पुलिस के पीछे खडे रह कर उनके आत्मबल को बढाने वाली है। हम पुलिस का विरोध करने नही आये है। भारत सरकार ने एक अच्छा कानून बनाया है इसमें घुसपैठियों एवं शरणार्थियों में अंतर करना ही मुख्य है । इस्लामिक देश पाकिस्तान, बंगला देश एवं अफगानिस्तान में हिन्दु, सिक्ख, इसाई,जैन, पारसी, जैन, बौद्ध को धार्मिक रीति रीवाजों की स्वंतत्रता देने वाला है। आजादी के समय नेहरू लियाकत अली के बीच जाति एवं धर्म के आधार पर पाकिस्तान के निर्माण के समय विश्वास दिलाया गया था कि वहां अल्पसंख्यकों के साथ कोइ्र भेदभाव नही होगा । भारत में तो मुस्लिमों को पूरी आजादी मिली किन्तु पाकिस्तान, बंगलादेश आदि में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार होते रहे जहां आजादी के समय वहां अल्पसंख्यकों की संख्या 23 प्रतिशत थी अब घट कर वहां 1.05 प्रतिशत रह गई है । उन्होने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार को भी भारत सरकार के इस कानून का समर्थन करना चाहिये । हम पत्थर मारने नही बल्कि मनोबल बढाने के लिये काम कर रहे है ।
आदिवासी संत कानूनजी महाराज ने भी अपने संबोधन में भारतीय संस्कृति एवं धर्मकी व्याख्या करते हुए भारत को सर्वे भवन्तु सुखिना के महामंत्र पर काम करने वाला देश बताया । उन्होने देश,धर्म,धरती पवन का जिक्र करते हुए कहा कि हिन्दुस्तान में कायरों की आवश्यकता नही है । मेदान पर हजारों लोगों ने राष्ट्रगीत समवेत स्वरों मेें गाया तथा वहां से अनुशासन बद्ध हो भारत माता की जय, वंदे मातरम के गगन भेदी नारों के साथ नगर के मुख्य मार्गो से होती हुई रैली कलेक्टर कार्यालय पहूंची, रैली का नेतृत्व सांसद गुमानसिंह डामोर कर रहे थे । हजारों की उपस्थिति में सासंद ने प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन का वाचन किया जिसमें केन्द्र सरकार द्वारा लागू किये गये नागरिकता संशोधन कानून का समर्थन का जिक्र किया गया । झाबुआ जिले की जनता द्वारा इस कानून का समर्थन करने की बात की गई है ।ज्ञापन में ऐतिहाकसक कानून पर भ्रम फैला कर देश मे भय का माहौल पेदा करने वाले वर्ग को चिन्हित कर उन पर कडी कार्रवाही की मांग की गई । कार्यक्रम का सफल संचालक डा.वैभव सुराणा ने किया तथा आभार प्रदर्शन के बाद रैली का समापन हुआ ।
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