झाबुआ को हर क्षेत्र में विश्व स्तर पर पहचान दिलवाने के सामूहिक प्रयास करना होंगे - झाबुआ महाराज नरेन्द्रसिंह
वरिष्ठ इतिहासकार डाॅ. केके त्रिवेदी ने देते हुए झाबुआ के इतिहास के बारे में बताया कि महाराजा नरेन्द्रसिंहजी एवं उनके पिता श्री ने झाबुआ की राज पद्वी पर रहते हुए शहर को कई सौगाते दी है.
झाबुआ महाराजा नरेन्द्रसिंहजी को वर्ल्ड बुक आफ रेकार्ड द्वारा गुडविल एम्बेसेडर नोमिनेट करने पर शहर की सामाजिक-धार्मिक संस्थाओं ने किया उनका भावभरा सम्मान
झाबुआ। झाबुआ रियासत के महाराजा श्रीमंत नरेन्द्रसिंहजी को हाल ही वर्ल्ड बुक आफ रेकार्ड द्वारा गुडविल एम्बेसेडर से नोमिनेट (नवाजा) गया है, इस ऐतिहासिक उपलब्धि से झाबुआ शहरवासी अपने आपको गौरवान्वित महसूस कर रहे है। झाबुआ महाराजा की इस अभूतपूर्व उपलब्धि पर उनका झाबुआ के पेैलेस गार्डन पर 5 अक्टूबर, शनिवार देर शाम शहर की प्रमुख सामाजिक-धार्मिक संस्थाओं द्वारा मिलकर उनका भव्य एवं गरिमामय सम्मान समारोह रखा गया। इस दौरान अपने उद्बोधन में झाबुआ के महाराजा नरेन्द्रसिंह ने झाबुआ शहर की जनता का इसके लिए आभार मानते हुए विशेष रूप से झाबुआ की पहचान हर क्षेत्र में विश्व स्तर पर दिलवाने हेतु सभी से सामूहिक प्रयास करने की बात कहीं।
आयोजित सम्मान समारोह का संचालन करते हुए वरिष्ठ समाजेसवी एवं वरिष्ठ रोटेरियन यशवंत भंडारी ने उपस्थित सभीजनों को झाबुआ रियासत के महाराजा को मिले इस ऐतिहासिक सम्मान की जानकारी देते हुए बताया कि महाराजा नरेन्द्रसिंहजी को यह ख्याति प्राप्त होना, पूरे झाबुआ के लिए गौरव का विषय है। महाराजा नरेन्द्रसिंहजी ने झाबुआ का नाम विश्व स्तर पर अंकित करते हुए वर्ल्ड बुक आफ रेकार्ड में झाबुआ को पहचान दिलवाई है, आज सुनहरा एवं अद्भुत अवसर है, जब हम झाबुआ के महाराजा नरेन्द्रसिंह का भावभरा सम्मान करेंगे। बाद स्वागत भाषण सेवानिवृत्त पा्रचार्य एवं वरिष्ठ इतिहासकार डाॅ. केके त्रिवेदी ने देते हुए झाबुआ के इतिहास के बारे में बताया कि महाराजा नरेन्द्रसिंहजी एवं उनके पिता श्री ने झाबुआ की राज पद्वी पर रहते हुए शहर को कई सौगाते दी है, जो आज भी जीवंत अवस्था में है। जिसमें झाबुआ का बहादुर सागर तालाब, प्राचीन दक्षिणी महाकालिका माता मंदिर, प्राचीन जगदीश मंदिर के साथ झाबुआ के राजवाड़ा पर स्थित महाराजा गोपालसिंहजी की प्रतिमा आज भी झाबुआवासियों के लिए गौरव एवं शान का प्रतीक है। झाबुआ के काॅलेज पर ऐतिहासिक गुुंबज एवं हाथीपावा पर बने प्राचीन मंदिर सभी ऐतिहासिक समय के है। महाराजा नरेन्द्रसिंह जी का विवाह सिरोही नगर में हुआ। उनके पुत्र युवराज कमलेन्द्रसिंहजी आज कार्यभार संभाले हुए है। इस अवसर पर मंच पर अतिथि के रूप में महाराजा एवं उनके युवराज के साथ रोटरी मंडल 3040 के डिस्ट्रीक्ट सचिव उमंग सक्सेना एवं सिरोही संघ झाबुआ के अध्यक्ष मनोहरी मोदी भी उपस्थित थे।
इन सामाजिक-धार्मिक संस्थाओ ने किया भावभरा सम्मान
बाद सम्मान के क्रम में सर्वप्रथम महाराजा नरेन्द्रसिंहजी को साफा राजपूत समाज के युवा राघवेंद्रसिंह सिसौदिया ने पहनाया। बाद सिरोही संघ की ओर अध्यक्ष मनोहर मोदी के नेतृत्व में सभी सदस्यों ने महाराजा का शाल ओढ़ाकर श्रीफल भेंटकर उन्हें अभिनंदन-पत्र प्रदान किया। जिसका वाचन श्वेतांबर जैन समजा के वरिष्ठ श्री कांठी ने किया। सकल व्यापारी संघ की ओर से अध्यक्ष नीरजसिंह राठौर के नेतृत्व में सभी ने झाबुआ के महंत का भावभरा सम्मान किया। रोटरी क्लब क्लब मेन के अध्यक्ष हिमांशु त्रिवेदी के नेतृत्व में सभी ने महाराजा का पुष्पमाला पहनाकर अभिनंदन किया। जिला आजाद साहित्य परिषद् की ओर से अध्यक्ष डाॅ. केके त्रिवेदी के नेतृत्व में महाराजा को सम्मान-पत्र प्रदान किया गया। आसरा पारमार्थिक ट्रस्ट के संस्थापक अध्यक्ष राजेश नागर के नेतृत्व में आसरा ट्रस्ट के पुरूष एवं महिला सदस्याओं ने मिलकर उनका आत्मीय अभिनंदन करते हुए शुभकामनाएं प्रेषित की। जिला पेंशनर्स एसोसिएशन की ओर से अध्यक्ष रतनसिंह राठौर के नेतृत्व में समस्त पेंशनरों ने मिलकर झाबुआ के महाराजा की इस ऐतिहासिक उपलब्धि हेतु उन्हें अपने आर्शीवचन प्रदान किए।
राजपूत समाज एवं श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना की ओर से समाज के वरिष्ठजनों एवं युवाओं ने मिलकर झाबुआ की आन-बान-शान एवं राजपूत समाज के महाराज को सर्वश्रेष्ठ की उपाधि से नवाजा। अखिल भारतीय क्षत्रिय महासंघ महिला इकाई की ओर से अध्यक्ष डाॅ. अर्चना राठौर के नेतृत्व में समस्त क्षत्राणियों ने अपनी राजपूतानी वेशभूषा में उपस्थित रहकर एवं उनका सम्मान कर झाबुआ को एक नई पहचान दिलवाने हेतु उन्हें ह्रदय से शुभकामनाएं प्रेषित की। जिला टीबी फोरम की ओर से अध्यक्ष डाॅ. एलएस राठौर, संकल्प ग्रुप एवं संस्कार भारती की ओर से अध्यक्ष भारती सोनी के नेतृत्व में समस्त पदाधिकारी एवं सदस्यों ने महाराजा नरेन्द्रसिंहजी का आत्मीय अभिनंदन पुष्प गुच्छ देकर एवं पुष्पमाला पहनाकर किया। गायत्री शक्तिपीठ काॅलेज मार्ग की ओर से पं. घनश्याम बैरागी एवं श्रीमती नलिनी बैरागी के नेतृत्व में समस्त गायत्री परिजनों ने गायत्री महामंत्र के साथ महाराजा को अपनी शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए उनके उज्जवल भविष्य हेतु कामना की। रोटरेक्ट क्लब की ओर से अध्यक्ष रिंकू रूनवाल एवं सचिव दौलत गोलानी द्वारा झाबुआ के महाराज का अभिनंदन किया गया। मालवा जैन महासंघ की ओर से योगेन्द्र जेन एवं संजय जैन के नेतृत्व में सभी ने राजा का सम्मान किया। इसके अलावा सकल जैन समाज के साथ ब्राम्हण समाज और त्रिवेणी परिवार द्वारा अश्विन शर्मा के नेत्तृव में झाबुआ के महाराज को सम्मान कर उन्हें दिली शुभकामनाऔ के साथ अभिनंदन-पत्र भेंट किया। इस अवसर पर युवराज कमलेन्द्रसिंह का भी भावभरा सम्मान हुआ। राजवाडा परिवार की ओर से राजवाड़ा महल के हाऊस होल्डर आफिसर नानालाल कोठारी एवं उनके पुत्र मनोज कोठारी की संपंूर्ण आयोजन में विशेष भूमिका रहीं।
झाबुआ सामाजिक एवं व्यापारिक क्षेत्र की दृष्टि से हो रहा निरंत विकसित
बाद अपने उद्बोधन में झाबुआ की आन-बान-शान महाराजा श्रीमंत नरेन्द्रसिंहजी ने सर्वप्रथम कहा कि झाबुआ की जनता ने मुझे इतना प्यार और अपनत्व दिया, उसके लिए मैं उनका आभारी हूॅ। महंत ने उपस्थित सभीजनों से उनके निवास स्थान इंदौर पर आवश्यक रूप से पधारने हेतु आमंत्रित किया। उन्होंने काफी गर्व महसूस किया कि झाबुआ का राजपूत समाज एकजुट है। साथ ही अपने जीवनकाल के अनुभव भी साझा किए। नरेन्द्रसिंहजी ने बताया कि आज झाबुआ सामाजिक एवं व्यापारिक क्षेत्र में तेजी से विकसित हो रहा है। झाबुआ के लोगो में सकारात्मकता काफी बढ़ा है। साथ ही क्षेत्र निरंतर प्रगति के मार्ग पर अग्रसर हो रहा है, यह गर्व का विषय है। आज झाबुआ के पर्यटन स्थल के रूप में हाथीपावा, देवझिरी तीर्थ, मैं जब झाबुआ आता हूॅ, तो इन दोनो स्थानों पर जरूर जाता हूॅ। मुझे इंदौर में बैैठे-बैठे समाचार-पत्रों और चैनलों के माध्यम से पता चलता कि झाबुआ तकनीकी और प्रतिभा के मामले में तेजी से आगे बढ़ रहा है। हम सभी को मिलकर झाबुआ की पहचान विश्व स्तर बनाने के प्रयास करना होंगे। भव्य सम्मान समारोह के अंत में आभार सकल व्यापारी संघ अध्यक्ष एवं राज परिवार से जुड़े नीरजसिंह राठौर ने माना।
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