दिगंबर जेैन समाज का पर्यूषण महापर्व 3 सितम्बर से
श्री शांतिनाथजी भगवानजी की प्रतिमा सहित सभी प्रतिमाओं का मार्जन अनुष्ठान संपन्न हुआ ।
आदिनाथ्रा मंदिर में प्रभू की प्रतिमाओं का विधि विधान से मार्जन अनुठान किया
झाबुआ । दिगंबर जैन समाज द्वारा आगामी 3 सितम्बर से 12 सितम्बर तक पूरी भक्ति भावना के साथ स्थानीय शांतिनाथ जैन मंदिर में पर्यूषण पर्व मनाया जावेगा । इस दौरान भक्ति, तप, श्रद्धा, भजन कीर्तन एवं शास्त्र वाचन का कार्यक्रम आयोजित होगा तथा अन्तिम दिन 12 सितम्बर को क्षमावाणी के साथ यह पावन पर्व संपन्न होगा । दिगंबर जैेन समाज के संजय सोनटके जैन ने जानकारी देते हुए बताया कि दिगंबर जैन समाज के द्वारा पर्यूषण पर्व को भक्ति भावना के साथ मनाये जाने के लिये मंदिरजी में व्यापक तैयारिया की जा रही है ।
इसी कडी में पर्यूषण पर्व के पूर्व शांस्त्रोक्त विधि से शनिवार को दोपहर 1 बजे से सायंकाल 4 बजे तक श्री शांतिनाथ मंदिर में बिराजित भगवान शांतिनाथजी की प्रतिमा के साथ ही त्रिमूर्ति भगवान आदीनाथ, भरत एवं बाहूबली की प्रतिमाओं एवं मंदिरजी मे बिराजित समस्त पाषाण एवं अष्टधातू की चमत्कारिक प्रतिमाओं का व्यवस्थापक विजय शाह के मार्गदर्शन में विधि विधान से एवं शास्त्रोक्त विधि से मंत्रोच्चार के साथ मार्जन किया गया । ज्ञातव्य है कि मंदिर में प्रतिवर्ष एक बार पर्यूषण पर्व के पूर्व भगवानजी की पाषाण एवं धातुओं से निर्मित प्रतिमाओं का मार्जन किया जाता है । और शनिवार को भी श्री शांतिनाथजी भगवानजी की प्रतिमा सहित सभी प्रतिमाओं का मार्जन अनुष्ठान संपन्न हुआ ।
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