नर्मदा का जल लेकर शहर में निकले कावडिये, शिव मंदिरों में अभिषेक किया
कावड़ियों ने नगर के सभी शिवालयों में जाकर जलाभिषेक किया।
सावन का तीसरा सोमवार: कोटेश्वर से झाबुआ पहुंची शिवम कावड़ यात्रा, जगह जगह हुआ स्वागत
झाबुआ। सावन माह के तीसरे सोमवार पर कोटेश्वर से नर्मदा का पवित्र जल लेकर शिवम कावड़ यात्रा का नगर में आगमन हुआ। ग्राम बिलीडोज में सभी एकत्रित हुए। कंधे पर कावड़ लेकर यात्रा गोपाल कॉलोनी के रास्ते से राजगढ़ नाके पहुंची। आगे-आगे डीजे पर धार्मिक गीत बज रहे थे। कावड़िये जहां से भी गुजरे भोले के जयकारे लगाए लोगों ने स्वागत भी किया। स्थानीय गोपाल मंदिर पर श्री गोपाल भक्त मंडल के विशाल भट्ट, महेंद्र बैरागी, जीतेन्द्र परमार आदि ने सभी कावड़ियों का स्वागत कर उन्हें फल एवं पानी के पाउच वितरित किये। राजगढ़ नाके पर ओम शर्मा,कल्याणसिंह पूर्व विधायक शांतिलाल बिलवाल, बबलु सकलेचा ने स्वागत किया।
इसके अलावा यहां कावड़ यात्रा के आयोजक मनोज शर्मा का साफा बांधकर स्वागत किया। कांग्रेस की ओर से डॉ. विक्रांत भूरिया, आशीष भूरिया, हेमचंद डामोर, शंकर भूरिया, नपा अध्यक्ष मन्नू बेन डोडियार, पूर्व॑ विधायक जेवियर मेड़ा, बबलु कटारा, गौरव सक्सेना ने 'डीआरपी लाइन तिराहे पर मंच लगाकर स्वागत किया। इसके बाद कावड़िये यहां से आगे बढ़े। कावड़िये दो-दो की कतार में चल रहे थे। यात्रा का एक हिस्सा कोतवाली के सामने था तो , दूसरा हिस्सा डीआरपी लाइन के आगे। इसके बाद कावड़ियों ने नगर के सभी शिवालयों में जाकर जलाभिषेक किया। यात्रा सोमवार को कोटेश्वर से झाबुआ पहुंची।
शिव मंदिरों में दर्शन के लिए लगी रही कतार
सावन माह के तीसरे सोमवार पर शिवालय भी भोलेनाथ के जयकारों से गूंजे। मंदिरों में सुबह से दर्शन का दौर शुरू हो गया। श्रद्धालुओं ने दूध, जल से अभिषेक कर प्रार्थना की। मनकामेश्वर महादेव मंदिर, गोपेश्वर महादेव मंदिर, सिद्धेश्वर महादेव मंदिर, उमापति महादेव मंदिर सहित सभी प्रमुख शिव मंदिरों में शाम को महाआरती की गईं। उधर, जिला मुख्यालय से आठ किमी दूर स्थित देवझरी में भी शिव मंदिर पर दर्शन करने बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे।
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