सावन के सेरो के बीच बूंदों से सराबोर हुए हाथीपावा का विहंगम दृष्य
कई लोगों ने अपने पितरों की याद में तो कई लोगों ने अपने जन्मदिवस पर पौधे लगाकर अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया.
हाथीपावा मार्निंग क्लब ने पर्यावरण प्रेमियों को 100 पौधे रोंपने हेतु उपलब्ध करवाएं
झाबुआ। एक तरफ हरियाली अमावस्या तो दूसरी ओर इस बीच सावन के सेरों के मध्य हाथीपावा की सुरम्य पहाड़ियों का नजारा अगस्त माह के प्रथम दिन वाकई में काफी लाजवाब, मनोहरी और देखने लायक रहा। 1 अगस्त गुरूवार को अलसुबह उजाला होते ही बारिश ने अपनी दस्तक की। रिमझिम-रिमझम फुहारों के बीच हाथीपावा का नजारा काफी मदमस्त करने वाला था। अलसुबह जब हाथीपावा मार्निग क्लब के सदस्य राजेशशाह, कमलेश पटेल, राजेशसिंह गोतम, हरिश शाह लालाभाई, मनीष सोनी, अजय रामावत, पीएचई के इंजनियर दिनेश जैन, अमित जैन, देवेन्द्र पटेल, श्री राम शर्मा, अजय शर्मा, मेगजी अमलियार, प्रमोद मिश्रा, विपुल पंचाल आदि पहुंचे तो उन्हें रिमझिम फुहारों के बीच यहां का सुंदर नजारा देखते ही बना। सभी ने इस मनोहरी दृष्य की प्रशंसा की।
सीताफल के बीजे रोपे गए
इस दौरान राजेश शाह द्वारा बाहर से खरीदकर लाए गए सीताफल के बीजों को यहां उनके द्वारा रोपित किया गया, ताकि यहां भविष्य में सीताफल के पौधे भी बड़े होकर लहलहाने लगे। वहीं मार्निंग क्लब के सदस्यों ने हरियाली अमावस्या के उपलक्ष में इस दौरान कई अन्य प्रजातियों के पौधे रोपकर भी हरियाली को बढ़ावा देने का अनुपम संदेश दिया।
100 पौधे प्रदान किए
बाद मार्निंग क्लब के सदस्यों द्वारा यहां दिनभर आने वाले पर्यावरण प्रेमियों को पौधे रोपने हेतु गेट कीपर को 100 पौधे अपनी ओर से प्रदान किए गए। रिमझिम फुहारों के बीच हरियाली अमावस्या पर हाथीपावा के मनोहारी दृष्य को देखने दिनभर यहां लोगों की आवाजाही बनी रहीं। इस दौरान कई लोगों ने अपने पितरों की याद में तो कई लोगों ने अपने जन्मदिवस पर तथा हरियाली अमावस्या के उपलक्ष में भी पौधे लगाकर पर्यावरण को बढ़ावा देने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया।
शहर से सटे हाथीपावा बारिश की रिमझिम फुहारों के बीच सुदंर दृष्य देखने लायक रहा |
मार्निंग क्लब के सदस्य राजेश शाह सीताफल के बीज रोपित करते हुए |
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