खम्मा म्हारा नंदजी ना लाल, हीचको सोनों घड्यो- भजनों के साथ राजपूत महिला मंडल ने मनाया हरियाली अमावस्या महोत्सव
राजपुत महिला मंडल की सदस्याओं ने इस अवसर पर भगवान को भी हरे वस्त्र धारण करवाये.
झाबुआ । राजपुत महिला मंडल की सदस्याओं द्वारा गुरूवार को हरियाली अमावस्या के पावन अवसर पर भजनो एवं कीर्तन के साथ पर्व को मनाया गया । सभी महिलाओं ने हरे रंग के वस्त्र धारण करके रंगा रंगा भजनों के माध्यम से पर्व पर भगवान की आराधना की । खम्मा म्हारा नंदजी ना लाल-हिचको सोनो घडियों,,,राधु झुलन पधारो, घीर आये बदरा जैसे भजनों को ढोलक एवं झांझ के संगीत में महिलाओं ने नृत्य किया । राजपुत महिला मंडल की सदस्याओं ने इस अवसर पर भगवान को भी हरे वस्त्र धारण करवाये तथा उनकी विधि विधान से पूजा अर्चना की ।
सुश्री रूकमणी वर्मा ने हरियाली अमावस्या के पर्व का वैज्ञानिक महत्व बताते हुए कहा कि श्रावण माह में पूरील प्रकृर्ति हरियाली की चादर ओढ लेती है और चारों तरफ प्रकृर्ति प्रफुल्लित दिखाई देती है इसलिये इस पर्व से हमें सद्रव प्रसन्न रहने का सन्देश मिलता है। इस अवसर पर अनिता पंवार, रूखमणी वर्मा, कमला सोलंकी, साधना चौहान, अनिता चौहान, माधुरी तोमर, भारत राठौर, हेमा परमार, संतोष ठाकुर, अनिला बेस, सीमा गेहलोद,राखी सिसौदिया, साधना सोलंकी, राजश्री परमार, सुशीला तथा लता चौहान सहित बडी संख्या में राजपूत समाज की महिलाओं ने सहभागिता की ।
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