शहीद चन्द्रशेखर आजाद की 112वी जयंती पर विभिन्न संगठनो ने पुष्पांजलि अर्पित की
प्रातः 09ः00 स्थानीय आजाद चौक स्थित शहीद चंन्द्रशेखर आजाद की प्रतिमा पर माल्यापर्ण एवं दीप प्रज्जवलित कर उन्हें भावभीनी पुष्पांजलि अर्पित की.
आजाद अमर रहे .... अमर रहे .... के जयघोष लगाए गए
झाबुआ। देश के वीर सपूत, महान क्रांतिकारी शहीद चन्द्रशेखर आजाद की 112वीं जयंती स्थानीय शासकीय शहीद चन्द्रशेखर आजाद स्नातकोत्तर महाविद्यालय में जनभागीदारी समिति एवं कॉलेज प्रशासन द्वारा मिलकर मनाई गई। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में कॉलेज के जनभागीदारी समिति अध्यक्ष यशवंत भंडारी एवं सदस्य श्रीमती अर्चना राठौर उपस्थित थी। अध्यक्षता महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. एचआर अनिजवाल ने की। इस अवसर विशेष रूप से संस्था के वरिष्ठ प्राध्यापकगण उपस्थित थे।
कार्यक्रम के प्रारंभ में सभी अतिथियों द्वारा महाविद्यालय परिसर में स्थापित आजाद के चित्र पर धूप-दीप कर माल्यार्पण किया गया। इसके पश्चात् उपस्थित सभी प्रध्यापकगणों के साथ छात्र-छात्राओं ने भी आजाद की प्रतिमा पर माल्यार्पण करते हुए उन्हें नमन किया तथा उनके आदर्शो पर चलने का संकल्प लिया। इसके पश्चात् सामूहिक रूप से चन्द्रषेखर आजाद अमर रहे .... अमर रहे .... के जयघोष लगाए गए।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि जनभागीदारी समिति अध्यक्ष श्री भंडारी ने कहा कि चन्द्रशेखर आजाद का जन्म झाबुआ के समीपस्थ आलीराजपुर जिले के चन्द्रशेखर आजाद नगर (भाबरा) में हुआ। उनका देश की आजादी में विशेष सहयोग रहा। आप युवा छात्र-छात्राओं को आजाद से प्रेरणा लेकर उनके बताए मार्गों पर चलने की आवष्यकता है। आजाद हमेशा आदर्श पुरूष रहे और उन्होंने अंतिम सांस तक देश की आजादी के लिए निरंतर लड़ाई लड़ी। कार्यक्रम को जनभागीदारी समिति सदस्य श्रीमती अर्चना राठौर एवं प्राचार्य श्री अनिजवाल ने भी संबोधित करते हुए आज की युवा पीढ़ी को आजाद के जीवन से प्रेरणा लेने की बात कहीं।
ये थे उपस्थित
इस अवसर पर पीजी कॉलेज की वरिष्ठ प्राध्यापिका डॉ. गीता दुबे, डॉ. सुरेशचन्द्र जैन, डॉ. रविन्द्रसिंह, डॉ. जेसी सिन्हा, प्रो. केसी कोठारी, श्रीकांत शाह, वीरसिंह कटारा, अंजना मुवेल, मंजुला गिरवाल सहित अन्य प्राध्यापकगण तथा बड़ी संख्या में महाविद्यालयीन छात्र-छात्राएं उपस्थित थी। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ प्राध्यापक एवं जनभागीदारी समिति प्रभारी डॉ. गोपाल भूरिया ने किया।
सर्व ब्राहम्ण समाज ने शहीद चन्द्रशेखर आजाद की 112वी जयंति पर आजाद की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की
झाबुआ। सर्व ब्राहम्ण समाज के पदाधिकारीयों एव सदस्यों ने प्रातः 09ः00 बजे स्थानीय आजाद चौक स्थित शहीद चंन्द्रशेखर आजाद की प्रतिमा पर माल्यापर्ण एवं दीप प्रज्जवलित कर उन्हें भावभीनी पुष्पांजलि अर्पित की । ब्राहम्ण समाज के जननायक कांतिकारी अमर शहीद चन्द्रशेखर आजाद का जन्म 24 जुलाई 1906 को ब्राहमण परिवार में हुआ था, उनके पिता श्री सीताराम तिवारी एवं माता जगरानी देवी था, आजाद का प्रारंभिक जीवन आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों आदिवासीयों के साथ में व्यतित हुआ था । शहीद चंन्द्रशेखर आजाद ने देश की आजादी के लिये आजाद ने अपने प्राणों का बलीदान देकर ब्राहम्ण समाज को गौरवान्वित किया ।
शहीद चन्द्रशेखर आजाद अपने नाम के समान ही सदेव अंग्रेजों के हाथों में नहीं आये और आजाद रहकर ही अपने प्राणों का बलिदान दिया । इस अवसर पर ब्राहम्ण समाज के संरक्षक डॉ के.के.त्रिवेदी समाज के पदाधिकारी हर्ष भट्ट, आचार्य नामदेव, अष्विनी शर्मा,सुनिल शर्मा, भागवत शुक्ला, जनार्दन शुक्ला,पपीश पानेरी, आशीश पाण्डे, राजेश नागर, ओमप्रकाश शर्मा, महिला पदाधिकारी, वीणा भार्गव,रेखा शर्मा, विजीया लक्ष्मी शुक्ला, लीला त्रिवेदी, मधु जोशी, ज्योति जोशी ,ज्योति त्रिवेदी,शशिकला त्रिवेदी आदि भारी संख्या में सर्व ब्राहम्ण समाज के लोग उपस्थित रहें ।
समाज की महिला ईकाई द्वारा इस अवसर पर रातितलाई स्कुल में जाकर शहीद चन्द्रशेखर आजाद की जीवन परिचय एवं कविता पाठ प्रतियोगीता करवाई, तथा प्रतिभाशाली छात्रों को पुरूस्कृत कर स्वच्छता का संदेश दिया ।
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