पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह ने प्रेस वार्ता में भाजपा को लिया आडे हाथ
दिग्विजयसिंह ने आरएसएस को हिंसा फैलाने वाली अपंजीयक संस्था बताया । यह विचारधारा हिंसा फैलाती है, हिंसा से नफरत पैदा होती है और नफरत से आतंकवाद पनपता है...
आरएसएस हिंसा फैलाने वाली अपंजीयत संस्था - दिग्विजयसिंह
झाबुआ । लोकतंत्र में संसदीय प्रक्रिया निर्धारित है । और ऐसे में मुख्यमंत्री का कोई चेहरा प्रदेश में कांग्रेस द्वारा नही दर्शाने का कोई्र औचित्य ही प्रतित नही होता ।एक प्रश्न के उत्तर में भीड भरी पत्रकार वार्ता में प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य तथा राष्ट्रीय कांग्रेस के महासचिव दिग्विजयसिंह ने झाबुआ मे पत्रकार वार्ता में देते हुए बताया कि लोक तंत्रिय प्रणाली से विधायक चुन कर आते है और वही अपने बहुमत दल का नेता मुख्यमंत्री के रूप में चुनते है । दिग्विजयसिंह ने आरएसएस को हिंसा फैलाने वाली अपंजीयक संस्था बताया । यह विचारधारा हिंसा फैलाती है, हिंसा से नफरत पैदा होती है और नफरत से आतंकवाद पनपता है । भाजपा जब भी अपना जनाधार देश या प्रदेशों में खिसकता देखती है तो वह हिन्दू मुस्लिम दंगे का ब्रह्मास्त्र का उपयोग कर सत्ता में काबिज होने का प्रयास करती है ।
मध्यप्रदेश में 2018 में चुनाव हो ने जा रहे है,ऐसे में शाजापुर की घटना को भाजपा द्वारा हिन्दू मुस्लिम का रंग दे दिया गया । जबकि महाराणा प्रताप जयंती के अवसर पर राजपूत समाज दूसरे समाज को बडी शालीनता से मिठाई वितरण कर साम्प्रदायिक सौहार्द्रता का उदाहरण प्रस्तुत कर रहा था । श्री सिंह ने आगे कहा कि जीएसटी ,नोट बंदी से देश और प्रदेश की अर्थव्यवस्था चरमरागई है , व्यापारी के साथ ही बेराजगार युवकों तथा किसानों का आक्रोश के चलते प्रदेश के हालात ठीक नही है । जनाधार कांग्रेस के पक्ष में स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है तो भाजपा नित नये हथकंडे अपना कर येन-केन-प्रकारेण बचाव की मुद्रा में आगई है । साथ ही झुठ एवं भ्रष्टाचार के हथकंडे अपना कर सत्ता मेब ने रहने का खौफनाक षड़यंत्र रच रही है ।
राष्ट्रसंत भैयु महाराज के सवाल को टालते हुए श्री सिंह ने कहा कि पुलिस एवं जांच एजेंसी अपना काम कर रही है परन्तु इस प्रदेश की भाजपा सरकार के भ्रष्टाचार का खुलासा 6500 करोड के पौधे नर्मदा किनारे लगाने के कथित काम को लेकर सरकारी पैसा निकाला जाकर उसमे घालमेल किया गया है, जबकि वास्तविकता में मेरी नर्मदा परिक्रमा के दौरान 50 हजार पौधे भी जिन्दा नही पाये गये। इस अवसर पर दिग्विजयसिंह ने समन्वय यात्रा के संबंध में पुछे गये प्रश्न पर कहा कि 2018 में मेरे द्वारा की गई समन्वय यात्रा का परिणाम आसन्न विधानसभा चुनावों मे देखने को मिल जायेगा ।
दिग्विजयसिंह के सर्कीट हाउस पहूंचने पर कांग्रेस जनों द्वारा पुष्पमालाओं से स्वागत किया गया तथा उनसे पुनः झाबुआ आकर ज्यादा से ज्यादा समय देकर झाबुआ जिले में कांग्रेस को और अधिक मजबुती प्रदान करने के लिये मार्गदर्शन देने का अनुरोध किया। श्री सिंह ने अनुरोध को स्वीकार करते हुए कहा कि आगामी माह के दुसरे सप्ताह में झाबुआ एवं आलीराजपुर मे आने का कार्यक्रम बन रहा है और मै आप सभी से रूबरू होकर संगठन की मजबुती के लिये अपनी भूमिका निभाउंगा ।
इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष एवं वरिष्ठ एडवोकेट मप्र बार एसो. के पूर्व अध्यक्ष रामेश्वर निखरा, सांसद कांतिलाल भूरिया, डा. विक्रांत भूरिया, जिला कांग्रेस अध्यक्ष निर्मल मेहला, जिला पंचायत अध्यक्षा कलावती भूरिया, उपाध्यक्ष चन्द्रवीरसिंह राठौर पूर्व विधायक जेवियर मेडा, वालसिंह मेडा, वीरसिंह भूरिया, कांग्रेस नेता प्रकाश रांका प्रवक्ता आचार्य नामदेव, हर्ष भटृ, साबिर फिटवेल, जिला पंचायत सदस्य कलावती गेहलोत, अकमालसिंह डामोर, रूपसिंह डामोर,वरिष्ठ कांग्रेस नेता हनुमंतसिंह डाबडी, मानसिंह मेडा, हेमचन्द डामोर, गेंदाल डामोर, केमता डामोर, अग्निनारायणसिंह, नरेन्द्र सलुनिया,हिरालाल डाबी, बंटू अग्निहौत्री,अलीमुद्दीन सेयद, सलेल पठान, आशीष भूरिया, गोपाल शर्मा, सुरेश मुथा, विनय भाबोर, विजय भाबोर, योगेन्द्र लाला, वसीम सैयद, अविनाश डोडियार, विशाल राठौर बबलू कटारा, जीवन ठाकुर, रिंकू रूनवाल, भारू मावी सहित बडी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित थे ।
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