डॉ चंचल की रचना तपती गर्मी अब तमिल में भी
तमिल साहित्यकार और संत आनंद कृष्णन सेतु रमन द्वारा तमिल में किया अनुवाद.
झाबुआ। प्रख्यात साहित्यकार डॉ रामशंकर चंचल की सामयिक कविता तपती गर्मी सेन्ट्रल बोर्ड ऑफ एजुकेशन दवारा निर्धारित हिंदी पाठ्यक्रम की पुस्तक (श्रेष्ट हिंदी व्याकरण तथा रचना) में कक्षा १०वी के लिए ली गयी है। यह कविता जिसे राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित कविता प्रतियोगिता में राष्ट्रीय पत्रिका आरावली उद्घोष द्वारा पुरुस्कृत की गई है .
उक्त तपती गर्मी कविता को हाल में ही तमिल प्रख्यात साहित्यकार और संत आनंद कृष्णन सेतु रमन द्वारा तमिल में अनुवाद किया गया है. यह हर्ष का विषय है की डॉ चंचल की उक्त रचना ने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी उपस्थिति दर्ज़ करवाकर झाबुआ का गौरव बढ़ाया है।
उक्त तपती गर्मी कविता को हाल में ही तमिल प्रख्यात साहित्यकार और संत आनंद कृष्णन सेतु रमन द्वारा तमिल में अनुवाद किया गया है. यह हर्ष का विषय है की डॉ चंचल की उक्त रचना ने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी उपस्थिति दर्ज़ करवाकर झाबुआ का गौरव बढ़ाया है।
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