छः दिवसीय धर्म जागरण यात्रा का समापन ,अखण्डानंद बाहुबली भोलेनाथ की हुई स्थापना

पारा। धर्म रक्षक सेवा समिति के तत्वादान मे जिले मे वृंदावन धाम के महामंडलेश्वर 1008 स्वामी प्रणवानंद जी सरस्वती के सानिध्य मे चल रही छः दिवसीय धर्म जागरण यात्र का आज समिपस्थ ग्राम बलोला मे अखण्डानंद बाहुबली भोलेनाथ की स्थापना के साथ समापन हुआ। 
                 छः दिवसीय धर्म जागरण यात्रा के आज अंतिम दिन बुधवार को करिब साढे तीन फिट की भगवान भोलेनाथ व नंदी की विशाल प्रतिमा की स्थापना भैरवबाबा वाले माल फलिए के निमार्णाधिन मंदिर मे प्राण प्रतिष्ठा हवन पुजन के साथ महामण्डलेश्वर स्वामी प्रणवानंद सरस्वती शिव गंगा के प्रमुख महेश जी शर्मा व सेमलिया के संत कानुराम जी महाराज उपस्थिति मे की गई। प्राण प्रतिष्ठा के बाद विशाल भण्डारे  का  आयोजन किया गया जिसमे सेकडो श्रद्धालुओ ने प्रसादी ग्रहण की। इस के साथ ही छः दिवसीय धर्म जागरण यात्रा का समापन हुआ। 
          भण्डारे के पुर्व स्वामी जी ने अपने आर्शिवचन मे माता शबरी व सनातन धर्म के बारे विस्तार से बताया व कहा की जब दुरस्थ अचंलो मे कोई मुर्ति तस्वीर आदी नही थी तब भी आदीवासी समाज के लोग राम राम कर एक दुसरे का अभिवादन किया करते थै । माता शबरी ने भी राम को राम के जन्म से पहले याद करना शुरु कर दिया था । बाद मे जब राम मीले तो उनका पथ प्रर्दशन भी किया। 
        स्वामी जी ने बताया कि उन्होने 13 वर्ष की उम्र मे संन्यास ले लिया था इसी से जुडे एक प्रसंग मे बताया की जीवन के निर्माण मे मंदिर का बहुत महत्व हे। जिले मे उनके द्वारा बनाए जाने वाले चार मंदिरो मे यह पहला हे।सतं महेश जी शर्मा व कानुजी महाराज ने भी श्रद्धालुओ को अपने आर्शीवचन कहे। यज्ञ व हवन पुजन विधि का कार्य वुंदावन से आए पण्डित सुरेन्द्र आचार्य ने समपन्न करवाए।
               इस अवसर पर धर्म रक्षक प्रमुख वालसिह मसानया, अमर सिह कटारा,उमेश डामोर,विजेन्द्र बघेल,राकेश सिंगार दिवान डामोर, प्रत्रकार भुपेन्द्र नायक पिटोल सहीत सेकडो श्रद्धालु जन उपस्थित थे।  

पारा। धर्म रक्षक सेवा समिति छः दिवसीय धर्म जागरण यात्रा का समापन ,अखण्डानंद बाहुबली भोलेनाथ की हुई स्थापना


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