आचार्य उमेश मुनिजी मसा की जन्म जयंती पर हुए 300 एकासने तप
आचार्य उमेश मुनिजी मसा जैन जगत में मूर्धन्य संत थे - प्रकाश मुनिजी
झाबुआ। आचार्य उमेश मुनिजी मसा की 86वीं जन्म जयंती श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन संघ के तत्वावधान में विभिन्न धार्मिक आयोजन के साथ एवं तप-त्यागपूर्वक मनाई गई। इस अवसर पर ज्ञान गच्छाधिपतिपूज्य प्रकाश मुनिजी आदि संतों के पावन सानिध्य भी प्राप्त हुआ। इस अवसर पर प्रातः 8 बजे से रूनवाल बाजार में स्थित स्थानक भवन पर श्रद्धालुओं का आगमन शुरू हुआ।
श्री संघ अध्यक्ष प्रदीप रूनवाल ने बताया कि तीन सामायिक के तेले, श्री नवकार महामंत्रजी के जाप के साथ पूज्य मुनिराज एवं महासतीजी मसा के व्याख्यान एवं गुणानुवाद सभा संपन्न हुई। जिसमें बड़ी संख्या में समग्र जैन समाज के श्रावक-श्राविकाओं ने भाग लिया। श्रीमती नैना मेहता, श्रीमती विजया लक्ष्मी कटकानी एवं सुमन रूनवाल ने सुंदर गीत प्रस्तुत किया। पूज्य प्रकाश मुनिजी मसा ने उमेश मुनिजी के गुणों को याद करते हुए उन्हें महान संत बताया। मूर्तिपूजक संघ के अध्यक्ष धर्मचन्द मेहता एवं संजय मेहता ने भी आचार्य प्रवर को जन-जन का उपकारी बताया।
सामूहिक एकासने शरद प्रकाश कांठेड़ परिवार द्वारा करवाई गए। जिसमें 300 तपस्वियों ने भाग लिया। इस अवसर पर तेरापंथ सभा के अध्यक्ष मंगनलाल गादिया एवं कई कई गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। सभा का संचालन संघ अध्यक्ष प्रदीप रूनवाल ने किया एवं आभार सचिव कमनकमल कटाकनी ने माना। इस अवसर चंदनमल कटकानी, संजय जैन, दीपक नरेन्द्र कटकानी, मनोज कटकानी, अंकित रूनवाल, महिपाल रूनवाल आदि उपस्थित थे।
निराश्रितों को मिठाई वितरित की
श्वेतांबर जैन श्री संघ की ओर से दोपहर स्थानीय महिला बाल आश्रम यहां बच्चों को मिठाई का वितरण किया गया। इस अवसर पर पार्षद रसीद कुरैषी, संदीप पाल, अजीत बोहरा अतिथि के रूप में उपस्थित थे। उनके साथ श्री संघ के युवा रिंकू रूनवाल, तुषार कोठारी, ऋषभ मेहता, वैभव जैन, समकित कोठारी, शाष्वत मेहता आदि ने उपस्थित रहकर बच्चों को मिठाई वितरित की एवं उनकी कुशलक्षेम पूछी।
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