गुरूपद महापूजन का हुआ आयोजन ,मोहनखेड़ा तीर्थ पर लगा मेला
गुरू सप्तमी पर शहर के जिनालयों में समाजजनों की दर्शन-पूजन के लिए रहीं भीड़
झाबुआ। गुरू सप्तमी पर्व पर झाबुआ के पांचों जिनालय, जिसमें श्री ऋषभदेव बावन जिनालय में विशेष धार्मिक कार्यक्रम होने के साथ श्री नाकोड़ा पार्श्वनाथ मंदिर, दादावाड़ी गणधर मंदिर, महावीर बाग, श्री गौड़ी पार्श्वनाथ मंदिर में समाजजनों की दर्शन-पूजन के लिए भीड़ रहीं। प्राचीन चत्मकारिक श्री ऋषभदेव बावन जिनालय में पूज्य दादा गुरूदेव श्रीमद् विजय राजेन्द्र सूरीष्वरजी मसा के दर्षन एवं पूजन के लिए समाजजन एवं गुरूभक्तों का जमावड़ा रहा। मंदिर में गुरूदेवजी के दर्शन एवं पूजन सुबह से लेकर शाम तक समाजजनों ने किए। सुबह गुरू हाॅल में गुरूपद महापूजन का भी आयोजन हुआ। इस दिन राजगढ़ में स्थित प्रसिद्ध मोहनखेड़ा तीर्थ पर मेले जैसा माहौल रहा।
श्वेतांबर जैर श्री संघ के युवा रिंकू रूनवाल ने बताया कि सुबह 6 बजे भक्ताम्र स्त्रोत पाठ, गुरू गुण इक्कीसा, स्नात्र पूजन, केशर पूजन, आदिनाथ भगवान एवं गुरूदेवजी का अभिषेक के साथ विशेष रूप से 8 बजे श्री राजेन्द्र सूरी गुरू पद महापूजन का आयोजन हुआ। यह पूजन श्री संघ झाबुआ द्वारा पढ़ाई गई। विधि विधिकारक ओएल जैन ने संपन्न करवाई वहीं मंत्रोच्चार एवं काव्य पाठ श्री संघ के उपाध्यक्ष यषवंत भंडारी द्वारा किया गया। पूजन में बड़ी संख्या में समाजजन शामिल हुए। पूजन पश्चात् आरती का लाभ लीलाबेन भंडारी परिवार द्वारा लिया गया। पश्चात् भाता का वितरण हुआ। इोपहर 2 बजे से सामूाहिक सामायिक का आयोजन हुआ। जिसका लाभ श्रीमती शकुंतला स्व. कांतिलाल रूनवाल परिवार द्वारा लिया गया। शाम को गुरूदेवजी के जाप किए। जिसका लाभ राजेन्द्र मेहता परिवार ने अर्जित किया। शाम को गुरूदेवजी की महाआरती भी हुई। गुरू मंदिर पर विषेष सज्जा की गई।
यहां भी हुए विभिन्न धार्मिक कार्यक्रम
इसी प्रकार नाकोड़ा पार्श्वनाथ मंदिर में भी समाजजनों द्वारा पहुंचकर श्री नाकोड़ा पार्श्वनाथजी, भैरवजी, महालक्ष्मीजी, महा सरस्वतीजी के दर्शन किए गए एवं पूजन की गई। श्री गौड़ी पार्श्वनाथ मंदिर पर अष्टप्रकारी पूजन हुई। पूजन का लाभ अशोक राठौर, जीवनबेन पोरवाल द्वारा लिया गया। महावीर बाग में दादा गुरूदेवजी की पूजन कांतिलाल बाबेल, रमेश भाठिया एवं रिकू रूनवाल द्वारा की गई। श्री राज हेमेन्द्र पुष्प आयमिल खाता भवन में अध्यक्ष अशोक राठौर, सुरेशभाई कांठी द्वारा गुरूदेवजी के चित्र के सम्मुख दीप-धूप किया गया एवं पूजन की गई। इसके साथ ही शहर के समीपस्थ रंगपुरा जैन मंदिर में भी अष्टप्रकारी पूजन पढ़ाई। लाभ शशांक संघवी ने लिया। देवझिरी स्थित श्री मणिभद्र जैन मंदिर में भी दर्शन के लिए समाजजन पहुंचे। यहां आरती निर्मल मेहता ने की।
मोहनखेड़ा तीर्थ पर रहीं खचाखच भीड
राजगढ में स्थित मोहनखेड़ा तीर्थ पर पांच दिवसीय महोत्सव मनाया गया। गुरू सप्तमी पर सोमवार को यहां सुबह से देष के दूरस्थ क्षेत्रों एवं कस्बों से समाजजनो एवं गुरू भक्तों का आना होना शुरू हो गया। यहां मेला लगा। मेले में झूले-चकरी, विभिन्न सामग्रीयों के अनेकों दुकाने रहीं। समजाजनों एवं गुरू भक्तों ने दादा गुरूदेवजी के चरणों में नमन कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया।
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