शिवराज सरकार के 12 वर्षीय कार्यकाल को लेकर क्षेत्रीय सांसद भूरिया ने की प्रेस-कान्‍फ्रेंस

झाबुआ । शिवराजसिंह चौहान के 12 वर्ष पूर्ण होने पर मनाये गये विकास पर्व के विरोध मे प्रदेश कांग्रेस के आव्हान पर आज झाबुआ में क्षेत्रीय सांसद कांतिलाल भूरिया ने प्रदेश सरकार की 12 वर्ष की नाकामियों, असफलताओं को लेकर स्‍थानीय सर्किट हाउस में दोपहर 01 बजे से प्रेस-कांफ्रेंस आयोजित कर सरकार की जनविरोधी नीतियों को उजाकर किया। सांसद भूरिया ने कहा कि मुख्यमंत्री के रूप में शिवराजसिंह चौहान के 12 वर्ष के कार्यकाल में जहां एक ओर प्रदेश सरकार 172 हजार करोड़ रूपयों के कर्ज बोझ से दबी हुई है, प्रदेश का खजाना पूरी तरह खाली हो चुका है, जनता के खून-पसीने की गाढ़ी कमाई का दोहन किया जा रहा है, व्यापमं महाघोटाला, सिंहस्थ महाघोटाला, नोटबंदी, जीएसटी, फसल खराब होने, कर्ज बोझ, बढ़े हुए बिजली बिलों, मंडी में उचित मूल्य न मिलने, सूखा, अतिवर्षा-अल्पवर्षां से प्रभावित होकर किसानों द्वारा आत्महत्या का कहर, कुपोषण से 12 वर्ष में 12 लाख बच्चों की अकाल मौतों का मंजर, बढ़ती महंगाई, महिलाओं-बच्चियों के साथ अत्याचार-दुष्कर्म, के साथ बलात्कार, सामूहिक बलात्कार की बढ़ती घटनाऐं, बढ़ते डीजल-पेट्रोल के दाम, बिजली के दामों में बेतहाशा वृद्धि, बिगड़ती कानून- व्यवस्था, रेत का अवैध उत्खनन, विधवा, निराश्रित पेंशन में धांधली, प्रधानमंत्री फसल बीमा में विसंगति, जल संकट, शिक्षा का व्यवसायीकरण, वनों की अवैध कटाई, लघु एवं मध्यम उद्योगों के बंद होने से बढ़ती बेरोजगारी सहित प्रदेश में हुए करीब 156 घोटालों ने शिवराज सरकार के 12 वर्षों में प्रदेश को खस्ता हाल बना दिया है। 
           प्रदेश की जनता अब इस सरकार को सत्ता के उखाड़ फैंकने का मन बना चुकी है। सांसद भूरिया ने शिवराज सरकार के 12 साल बेमिसाल के जश्न पर प्रहार करते हुए कहा है कि नेशनल क्राईम रिकॉर्ड ब्यूरो के आज जारी आंकड़ों ने मप्र की कानून व्यवस्था के दावों की पोल खोल दी है। मप्र विगत सात सालों से बलात्कार के मामलों में देश में नंबर-1 बना हुआ है। वहीं प्रदेश के अनुसूचित जनजाति वर्ग पर अत्याचार में भी मप्र देश में अव्वल दर्जे पर स्थापित हुआ है। जहां किशोरों पर अत्याचार के मामलों में मप्र पहले स्थान पर काबिज है, देश में कुल अपराधों की संख्या एवं बाल अपराध के मामले में मप्र दूसरे स्थान पर पहुंच गया है। इन आंकड़ों ने शिवराज सरकार की कथनी और करनी की पोल खोलकर रख दी है। भूरिया ने कहा कि प्रदेश में बच्चियों, युवतियों और महिलाओं के साथ हुईं दुष्कर्म की घटनाओं पर एनसीआरबी की रिपोर्ट ने एक बार फिर प्रदेश को शर्मसार कर दिया है। प्रदेश में दुष्कर्म के मामलों में लगातार बढ़ोत्तरी हुई है। 
       प्रदेश में औसतन प्रतिदिन 13 दुष्कर्म की घटनाऐं घटित हो रही हैं, जो प्रदेश की जर्जर कानून-व्यवस्था एवं जंगल राज की ओर इंगित कर रहा है। एक ओर जहां मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान लाड़ली लक्ष्मी योजना, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, मुख्यमंत्री कन्यादान योजना की ढींगें हांकते नहीं अघाते हैं, वहीं दूसरी ओर एनसीआरबी के आकडे़ भयावह स्थिति को परिलक्षित कर रहे हैं। ‘‘मामा के राज में भांजियां एवं बहने कितनी सुरक्षित हैं’’, इन आंकड़ों से उजागर हो गया है? भूरिया ने कहा कि विगत 12 वर्षों से मुख्यमंत्री अनुसूचित जनजाति के लोगों के उत्थान और विकास की बड़ी-बड़ी बातें तो करते हैं, किन्तु वास्तविकता के धरातल पर तस्वीर इसके विपरीत है। लगातार इस वर्ग के लोगों पर दबंगों द्वारा अत्याचार किये जा रहे हैं, उनकी जमीनें छीनीं जा रही है और राज्य सरकार इस सबसे आंखें मूंद आत्ममुग्धता से 12 सालों का जश्न मनाने में तल्लीन है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की यह भी अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है कि देश में घटित कुल आपराधिक घटनाओं में भी मप्र दूसरे स्थान पर काबिज होना दर्शाता है कि कुल मिलाकर प्रदेश की कानून-व्यवस्था की स्थिति कितनी भयावह एवं चिंतनीय है, किन्तु मुख्यमंत्री के कानों में प्रभावितों की चित्कार तक सुनाई नहीं दे रही है। 
        भूरिया ने कहा कि मुख्यमंत्री को 12 साल का उत्सव मनाने के स्थान पर प्रदेश की महिलाओं, बच्चियों-युवतियों, अनुसूचित जनजाति, किशोरों पर हुए आपराधिक अत्याचारों को लेकर प्रायश्चित कर उनसे सार्वजनिक रूप से माफी मांगना चाहिए। भूरिया ने आगे कहा कि दुख की बात है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चोहान अपने शाशन के 12 साल का जश्न मना रहे है जबकि उनके राज मे सदी का सबसे बडा रोजगार घोटाला यानी " व्यापंम घोटाला " हो गया, सैकडों लोग मारे गये, एक पूरी हकदार पीढी शिवराज मे बर्बाद हो गयी ; डंपर घोटाला हो गया ; प्याज खरीदी घोटाला ; भावांतर योजना घोटाला चल रहा है ; किसान पुलिस की गोली से मारे जा रहे है ; खुद मोदी सरकार की एजेंसी कह रही है कि महीलाओ के खिलाफ बलात्कार मे मध्यप्रदेश सबसे आगे है तो यह सब बात जश्न मनाने की नहीं है बल्कि श्वेत पत्र लाकर अपनी असफलता बताकर माफी मांगने की है शिवराज को माफी मांगनी चाहिए। 
      रतलाम - झाबुआ लोकसभा उपचुनावों के पहले मुख्यमंत्री ने संसदीय इलाके के तीनों जिलों मे आकर 2500 करोड रुपये की घोषणाएं की थी उनमें से 5 प्रतिशत घोषणाएं भी पूरी नहीं हुई है ना झाबुआ मे इंजीनियरिंग कालेज बना, ना नर्मदा का जल खेतों मे आया। झाबुआ तो ठीक नर्मदा से 100 मीटर दूर तक नर्मदा का पानी नहीं दे पाये शिवराज। मै शिवराज सिंह चोहान से मांग करता हुं कि अपनी घोषणाएं पूरी करें अन्यथा मै आंदोलन करुगा ओर जरुरत लगी तो शिवराज की घोषणाएं पूरी करवाने कोट॔ जाऊंगा । इस अवसर पर जिला कांग्रेस अध्‍यक्ष निर्मल मेहता, जिला कोषाध्‍यक्ष प्रकाश रांका, जिला कांग्रेस प्रवक्‍ता हर्ष भट्ट, साबीर फिटवेल, जिला कांग्रेस उपाध्‍यक्ष रूपसिंह डामोर, एनएसयूआई जिलाध्‍यक्ष विनय भाबोर, कांग्रेस नेता विजय भाबोर, रिंकु रूनवाल, सहित बड़ी संख्‍या में कांग्रेसजन उपस्थित थे।

शिवराज सरकार के 12 वर्षीय कार्यकाल को लेकर क्षेत्रीय सांसद भूरिया ने की प्रेस-कान्‍फ्रेंस-Regional-MP-Bhuria-press-conference-on-the-12-year-tenure-of-Shivraj-Sarkar
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