मूवी रिव्यु - फैसलो मंजूर से 2013
इसे झाबुआ जिले के पेटलावद व प्रसिद्ध तारखेड़ी हनुमान मंदिर क्षेत्र में फिल्माया गया है। किरदारों ने आदिवासी अंचल के होने के रोल किए हैं। इनमें जो बाहर पढ़-लिखकर आए हैं। वे गांव में फैली कुरीतियों को दूर करने के प्रयास करते हैं अंत में फैसला तारखेड़ी मंदिर में स्थापित हनुमानजी पर छोड़ा जाता है
इसे झाबुआ जिले के पेटलावद व प्रसिद्ध तारखेड़ी हनुमान मंदिर क्षेत्र में फिल्माया गया है। किरदारों ने आदिवासी अंचल के होने के रोल किए हैं। इनमें जो बाहर पढ़-लिखकर आए हैं। वे गांव में फैली कुरीतियों को दूर करने के प्रयास करते हैं अंत में फैसला तारखेड़ी मंदिर में स्थापित हनुमानजी पर छोड़ा जाता है
Official Trailor
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[item review-value="4"]स्टार कास्ट[/item]
[item review-value="5"]फ़िल्मांकन दृश्य [/item]
[item review-value="3"]डायलाग [/item]
[item review-value="6"]म्यूजिक[/item]
[content title="Summary" label="Overall Score"] कहानीकार महेश शुक्ला ने बताया प्रोमो में आए मुख्य कलाकार सहित अन्य साथी कलाकार इंदौर के प्रियदीप सिंह, पिया चौबे, मोना चौधरी, झाबुआ के मेघसिंह पचाया, दीवानसिंह सोलंकी, शोएब खान ने पहली बार ही किसी फिल्म में किरदार निभाए हैं। यह एक टेलीफिल्म के रूप में सीडी के लिए बनना थी लेकिन इसे व इसके कथानक को सराहना मिली और इसका बजट बढ़कर ५० लाख रुपए के करीब पहुंच गया। फिल्म में ७५ से ज्यादा कलाकार हैं।[/content]
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