यह परंपरा निस्वार्थता का प्रतीक है और भीलों के सामुदायिक मूल्यों को एक वृहद रूप में प्रदर्शित करती है।
शिवगंगा हलमा भीली संस्कृति के बीच एक महान भीलि परंपरा है, जो अति प्राचीन काल से भीलों में जीवित है। यह एक प्राचीन भील परंपरा है, जिसके अनुसार एक परिवार की की कुछ समस्या थी, लेकिन सभी साधनों के समाप्त होने के बाद अकेले इस समस्या का सामना करने में सक्षम नहीं थे , तब जरूरत के समय उक्त परिवार को मदद करने के लिए आसपास के अन्य परिवारों को बुलाया गया , फिर कई परिवार एक साथ आये तथा बिना किसी स्वार्थ या सेवा मूल्य के परिवार को मदद मिली । यह परंपरा निस्वार्थता का प्रतीक है और भीलों के सामुदायिक मूल्यों को एक वृहद रूप में प्रदर्शित करती है.
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