Jhabua Ka Raja ( झाबुआ का राजा गणेशोत्सव )
झाबुआ शहर और शहर की सम्पूर्ण जनता हेतु एक गरिमामयी और एतिहासिक आयोजन
झाबुआ का राजा गणेशो उत्सव . शहर के कस्तूरबा मार्ग में प्रतिवर्ष विराजित
श्री गणेश की मूर्ति पूरे शहर में आस्था का केंद्र के रूप में प्रचलित है
. वैसे तो शहर में हर गली , मोहल्ले में गणेशो उत्सव पर्व के साथ श्री
गणेश की स्थापना की जाती है . मगर कस्तूरबा मार्ग में विराजित झाबुआ का
राजा श्री गणेश की १५-२० फिट उची यह प्रतिमा वास्तव में शहर की आम
जनता की लिए आस्था का एक विहंगम केंद्र है .
झाबुआ का राजा ग्रुप सदस्यों द्वारा श्री गणेश की स्थापना में कमी पेशी नज़र नहीं आती. पांडाल में प्रवेश करते ही रौशनी की चका चौंध, फूलो की आकर्षक साज सज्जा , पेरो में मखमली कालीन, और सामने झाबुआ के राजा श्री गणेश की १५ फिट उची प्रतिमा ! निश्चित रूप से एक अदभुत, अतुल्य, अविस्मरनीय और विहंगम द्रश्य जिसकी कल्पना मात्र से ही ह्रदय तर उठता है ! श्री गणेश की यह प्रतिमा , मूर्ति का सोंदर्य , बनावट आदि देखते ही बनता है .
झाबुआ का राजा ग्रुप सदस्य व इस आयोजन से जुडे सभी लोग बधाई और शुभ कामनाओ के हक़दार है जिन्होने शहर में ऐसे ही अत्यंत धार्मिक, व विहंगम आयोजन कर झाबुआ शहर की इस पावन भूमि को धर्म भूमि के रूप में विकसित करने का हर शहरवासी का स्वप्न साकार किया है ......
झाबुआ का राजा ग्रुप सदस्यों द्वारा श्री गणेश की स्थापना में कमी पेशी नज़र नहीं आती. पांडाल में प्रवेश करते ही रौशनी की चका चौंध, फूलो की आकर्षक साज सज्जा , पेरो में मखमली कालीन, और सामने झाबुआ के राजा श्री गणेश की १५ फिट उची प्रतिमा ! निश्चित रूप से एक अदभुत, अतुल्य, अविस्मरनीय और विहंगम द्रश्य जिसकी कल्पना मात्र से ही ह्रदय तर उठता है ! श्री गणेश की यह प्रतिमा , मूर्ति का सोंदर्य , बनावट आदि देखते ही बनता है .
झाबुआ का राजा ग्रुप सदस्य व इस आयोजन से जुडे सभी लोग बधाई और शुभ कामनाओ के हक़दार है जिन्होने शहर में ऐसे ही अत्यंत धार्मिक, व विहंगम आयोजन कर झाबुआ शहर की इस पावन भूमि को धर्म भूमि के रूप में विकसित करने का हर शहरवासी का स्वप्न साकार किया है ......
आपकी राय